shabd-logo

इनको खूब सिसकते देखा नए ज़माने के इस पल मेँ अपनों को भी छलते देखा

hindi articles, stories and books related to Inko khub sisakate dekha naye jamane ke is pal me apanon ko bhi chhat dekha


featured image

ग़ज़ल (सपनें खूब मचलते देखे)सपनीली दुनियाँ मेँ यारों सपनें खूब मचलते देखेरंग बदलती दूनियाँ देखी ,खुद को रंग बदलते देखासुबिधाभोगी को तो मैनें एक जगह पर जमते देख़ाभूखों और गरीबोँ को तो दर दर मैनें चलते देखादेखा हर मौसम में मैनें अपने बच्चों को कठिनाई मेंमैनें टॉमी डॉगी शेरू को

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए