★☆★☆•••●माँ●•••☆★☆★क्षण में तुम राधा बन कर रास रचातीक्षण में कैकयी बन पुत्र को ठुकरातीक्षण में सीता बन रो-रो भूमि में जातीक्षण में निरीह अबला वह कहलातीक्षण में सबला बन लक्ष्मी बाई बन जातीक्षण में कौशिकी-नृत्य का वर दे जातीक्षण में दुर्गा बन रण में रक्तिम नदियाँ बहातीक्षण-क्षण त्रहिमाम् दग्ध म