आपनेस्वार्थ के लिये जनता को मुर्ख न बनाएं जब देश के पढ़े –लिखे बुद्धिजीवी लोग जिनमें कुछ डॉक्टर वकील, शिक्षक,प्रोफेसर, स्कूल कॉलेज के डायरेक्टर, पत्रकार, संपादक जैसे लोग सी ए ए और एन आर सी में अंतर समझे बिना मुस्लिम समुदाय को भृमित करने वाली बातें सोशल मीडिया मेंकथित
सब कुछ धरा में हैं .सबकी कब्र यही हैं, मुमताज़,बाबर,औरंगजेब,शाहजहाँ बस इनका शासन काल बदला।सबकी पहचान यही हैं संसद,कोर्ट,इंडिया-गेट,क्रिश्चन,बसइनका शासन काल गया हैं। कांग्रेस मुक्त भारत होगया, उनके लोग अभी यही कटी मछली की तरह तड़प रहे है।भाजपा अभी मौज़ ले रही है,देश-दुनियाँ मे आग लगा रही अपनों को ही त