*आदिकाल से दिव्यभूमि भारत में नारियों का सम्मान देवियों की तरह किया गया है | नारी को देवी रूप मानकर सदैव से पूजा जाता रहा है | मनुस्मृति में लिखा भी है :- "यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता" अर्थात जहाँ नारियों की पूजा होती है वहाँ देवता निवास करते हैं | सनातन मान्यता है कि नारी के बिना सृष