नूर ए इशाल... ज़िंदगी की कड़ी धूप में हौसले और उम्मीद को जगाती ऐसी सुंदर और प्रेरक लघु कथाएँ जो आपकी मंज़िल के रास्तों को एक नूर से भर दें. जो कभी समझ पाये हमें तो पता चलेगा तुम्हें,हम एक नूर है राहत के लिए, मकसद ए हयात फकत इतना है दिल से अपनों के दर्द मिटाना है नफ़रतों को बोकर क्या हासिल हुआ बताओ... एक यही बात समझाना है सुकून और खुशियाँ है हक हमारा साथ मिलके दिल से मुस्कुराना है NOOR EY ISHAL