“गज़ल”आइना पास है सामने देखिएसूरतों की कसक मायने देखिए आप भी बेवजह दाग धोने चलीं नूर नैना नजर दाहिने देखिए॥ उठ रहें हैं धुआँ किस गली आग है हद हवा उड़ चली भाप ने देखिए॥ घिर गई रोशनी धुंध की आड़ मेंयह पुराना महल छाप ने देखिए॥राख़ चिंगारियाँ दिल जलाती नहीं हाल कंपन अधर ताप ने द