समस्या ये है supreme court रामचरितमानस या अनन्य रामायणों के साक्ष्यों को प्रमाण नहीं मानती वही supreme कोर्ट २०१५ में जब बकरा-ईद की सुनवायी में कहती है कि ये रीति है जो हज़ार साल से चली आ रही है !जहाँ रामसेतु को congress सरकार ने ख़ुद court में कहा ऐसी कोई चीज़ है ही नहीं सेक्युलर लिबरल गैंग ने भी क