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सच और झूठ (भाग -3)

21 दिसम्बर 2021

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इस दुनिया एक ही ऐसे,
इंसान आप को मिलेंगे।
जो आपके झूठ और सच,
को आपकी,
आँखों को देखकर,
बता सकती है वो है माँ।
 वरना,
सारा जँहा तो आपके,
झूठ को सच मानकर,
ऑंखें बंद करके,
विश्वास कर सकती है।
और आप झूठी ख़ुशी में,
खुश होते रहेंगे।
और आप झूठी खुशियाँ,
मनाते रहोगे।
Navneet Kumar

Navneet Kumar

Bahut achha hai

10 जनवरी 2022

10 जनवरी 2022

Rukesh kumar

Rukesh kumar

👌👌

10 जनवरी 2022

10 जनवरी 2022

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रचनाएँ
सच और झूठ
5.0
ये किताब सच और झूठ आप सब जरूर पढ़िएगा क्यों की आज कल लोग झूठ बोल कर बहुत खुश रहते हैं।
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सच और झूठ (भाग -3)

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इस दुनिया एक ही ऐसे,<div>इंसान आप को मिलेंगे।</div><div>जो आपके झूठ और सच,</div><div>को आपकी,</div><

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जिंदगी में तो हर रोज एक,<div>नई शुरुआत करना</div><div>पड़ता है।</div><div>बस वो कभी कभी,</div><div>खुद से हार जाती है।</div><div>और </div><div>फिर से खुद को जीतने,</div><div>की एक नई शुरुआत करती ह

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शीर्षक--जातिवाद और धर्म की जंजीर इंसानियत का फैला दो पैगाम,दुनिया में होगा इसका अच्छा परिणाम,जातिवाद और धर्म के भेदभाव को,भूल कर खुद को दे दो इनाम।न हवाओं पर लिखा है जाति और धर्म,न खून पे लिखा

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