
भारत में धर्म व आस्था के प्रति हिन्दुओं की संवेदनशीलता:-
हमारे भारत देश के लोगों की भावनाएं भक्ति व धर्म के प्रति काफी संवेदनशील होती हैं। विशेष करके जब कभी धर्म की बात आती है तो भगवान के प्रति आस्था को लेकर काफी संवेदनशीलता देखने को मिलती है। अक्सर आप भक्ति, धर्म और भगवान से संबंधित किसी प्रकार के चमत्कार होने की खबर सुनते होंगे। वैसे ही आज कल इन दिनों सोशल मीडिया Social Media पर एक खबर वायरल हो रही है कि पेड़ के ऊपर साईं भगवान की तस्वीर लजर आयी है। जिसे देखने के लिए भारी संख्या मे लोगों की भीड़ इकट्ठा हो रही है। ऐसे में यह सवाल हर किसी के मन में उठता है कि आखिर किस हद तक इस बात में सच्चाई है और क्या सच में इस प्रकार का चमत्कार हुआ है? जानन के लिए नीचे पढ़ें-
मामला कुछ इस प्रकार है कि हरियाणा के अंबाला नामक क्षेत्र में वार्ड नं 8 रेलवे कालोनी में एक काफी पुराना जंगल जलेबी का पेड़ है। जिसमें साई बाबा का चेहरा बाहर की तरफ ऊभरा हुआ दिखाई दे रहा है। पहले तो यह एक बच्चे द्वारा देखा गया तो बच्चे ने यह खबर अपने घर वालों को बताई। बस इसके बाद यह बात आग की तरह पूरे ईलाके में फैल गयी और जैसे जैसे यह खबर फैलती गयी, वैसे वैसे लोगों की भीड़ इकट्ठा होने लगी। दूर-दूर से लोग साईं भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने लगे और वहां भव्य तरीके से भजन कीर्तन होने लगा। इस चमत्कार को देखकर लोग अपनी अपनी स्वेच्छानुसार चढ़ावा चढ़ाने लगे तो कोई पूजा पाठ करने लगा।
यह तो सच है कि मामला भारत के लोगों की श्रद्धा के जुड़ा हुआ है इसलिए लोगों ने अब इस पेड़ की सुरक्षा के लिए रेलवे विभाग से कह कर पेड़ को घेर दिया गया है। यही नहीं बल्कि आरपीएफ कर्मियों (Railway Protection Force) को तैनात कर दिया गया है ताकि कोई भी इसके साथ छेड़-छाड़ न कर सके।
क्या यह चमत्कार सच है?
आज कल के जमाने में ऐसे बहुत ही कम लोग हैं जो इस प्रकार की बातों में विश्वास रखते हैं। यहां तक कि ऐसी घटना पर सवाल उठना भी शुरू हो गये हैं। दरअसल एक रामदीन नाम के व्यक्ति ने बताया है कि इस पुराने पेड़ के पास हर रोज एक आदमी आता था और पेड़ में हुए खोखले स्थान पर कुछ हरकतें करता था। ऐसे में शायद यह बी हो सकता है कि शायद उसी ने यह तस्वीर बनायी हो। दरअसल इस पेड़ के पास एक रेलवे पुल बन रहा था और उसी के निर्माण कार्य में वह लेबर का काम कर रहा था।
अंबाला के DRM दिनेश चंद्र शर्मा जी का कहना है कि आज कल इस 21वीं सदीं में ऐसी घटनाओं का होना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी है। इस पुराने पेड़ के पास पिछले डेढ़ महिने से कुछ काम हो रहा था। काम करने वालों को तब एस पेड़ पर ऐसा कुछ भी नहीं दिखाई दिया। कोई भी इंसान रेलवे की संपत्ति पर अतिक्रमण नहीं कर सकता है और यदि हमें आवश्.कता पड़ी तो पुरात्तव विभाग से इसकी पूरी जांच करवा लेंगे।