पाकिस्तान के
प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने बारे में कहा कि नोबेल शांति पुरस्कार के लिए
उनमें कबिलियत नहीं है। यह नोबेल पुरस्कार उस शख़्स को मिलना चाहिए जो कश्मीर के
मुद्दे को हल कर सके। हाल ही में नोबेल पुरस्कार के लिए इमरान खान का समर्थन करने
के लिए पाकिस्तान के संसद में एक प्रस्ताव पेश किया गया। इमरान खान ने सोमवार को
संसद में कहा कि "मैं यह पुरस्कार पाने के लायक नहीं हूं। इसके लिए योग्य
व्यक्ति वह होगा जो कश्मीरी लोगों की इच्छा के अनुसार कश्मीर के विवाद का समाधान
करेगा और जो उपमहाद्वीप में शांति और मानव विकास के मार्ग को प्रशस्त करेगा।"
प्रधानमंत्री
इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ ने चौंकाते हुए उनके बयान को हिंदी
में ट्वीट कर दिया। पाकिस्तानी संसद में 2 मार्च को पेश किए गए प्रस्ताव में कहा
गया था कि भारत के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को रिहाई देने के फैसले ने भारत और
पाकिस्तान के बीच के तनाव कम करने का काम किया है। आपको बता दें कि इमरान खान ने
इस तनाव के बीच काफी जिम्मेदारी दिखाई और वह नोबेल पुरस्कार पाने के हकदार हैं।
पाकिस्तान ने की समझौता एक्सप्रेस सेवा को बहाल
ऐसा कहा जा रहा
है कि पाकिस्तान की सरकार ने लाहौर और दिल्ली के बीच समझौता एक्सप्रेस ट्रेन सेव
को बहाल कर दिया है। पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद द्विपक्षीय संबंधों में हुए
तनाव के कारण इसकी सेवा कुछ दिनों से लंबित थी। रेडियो पाकिस्तान की खबर के
मुताबिक यह पता चला है कि समझौता एक्सप्रेस सोमवार को करीब 149 यात्रियों को लेकर भारत के लिए रवाना
हुई थी। इससे पहले, नई दिल्ली से शनिवार को भारत की तरफ से इसकी
सेवा को बहाल कर दिया गया था।