दीक्षित जी को सहृदय श्रद्धांजलि व उनके बारे में कुछ विशेष बातें -
भारत की राजधानी दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित जी का नई दिल्ली में देहांत हो गया है। कांग्रेस पार्टी की बहुत ही कट्टर नेता थीं। अभी हाल ही में कुछ दिनों पहले ही शीला दीक्षित जी को ASCORTS HOSPITAL में भर्ती किया गया था और इसी अस्पताल में इन्होंने करीब 3.55 बजे दम तोड़ दिया। आपको बता दें कि शीला दीक्षित दिल्ली की सबसे अधिक समय तक टिके रहने वाली मुख्यमंत्री थे जिन्होंने सन् 1998 और सन् 2013 के बीच मंत्री पद पर कार्यरत रहीं। भारत के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी ने कहा है कि शीला दीक्षित जी को उनके कार्यकाल के दौरान "राजधानी के लिए महत्वपूर्ण परिवर्तन" के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
1.शीला दीक्षित, दिल्ली मिरांडा हाउस (दिल्ली विश्वविद्यालय) से HISTORY SUBJECT में पोस्ट ग्रेजुएट थीं और दिल्ली विश्वविद्यालय से विषय दर्शनशास्त्र में डॉक्टरेट भी रह चुकी हैं।
2.भारत की पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमति इंदिरा गांधी ने दीक्षित जी के प्रशासनिक कौशल को प्रशंसा के साथ स्वीकार किया और इन्हें संयुक्त राष्ट्र आयोग के भारतीय प्रतिनिधिमंडल के लिए एक प्रतिनिधि के रूप में नामांकित किया था। 3.इसके बाद सन् 1984-1989 तक 5 वर्ष के लिए संयुक्त राष्ट्र में भारत का प्रतिनिधित्व का पद संभाला।
4.सन् 1984 में पहली बार शीला जी प्रभानमंत्री राजीव गांधी की सरकार के समय में मंत्री बनी थीं और सन् 1986 से 1989 के दौरान केंद्रीय मंत्री का पदभार संभाला था। दीक्षित जी सर्वप्रथम संसदीय मामलों की राज्य मंत्री और इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री के रूप में कार्यरत रहीं।
5.क्या आपको पता है कि सन् 1990 में, इनको और इनके कुल 82 साथियों को राज्य सरकार के द्वारा करीब 23 दिनों के लिए जेल में बंद कर दिया गया था। यह तब हुआ था जब इन्होंने महिलाओं के साथ हो रही हिंसा के खिलाफ एक अभियान चलाया था।
6.एक गर्व ककी बात है कि युवा महिला संघ के अध्यक्ष के रूप में शीला जी ने दिल्ली में काम करने वाली महिलाओं के लिए 2 छात्रावास का निर्माण भी कराया।
7.सन् 2009 में, शीला जी के खिलाफ एक शिकायत की याचिका दर्ज की गई थी, जिसमें कहा गया था कि उन्होंने राजनीतिक प्रचार प्रसार के लिए केंद्र सरकार से मिले करीब 3.5 करोड़ रुपये का गलत उपयोग किया है।
8.महीना अगस्त सन् 2013 में, सन् 2008 के विधानसभा चुनावों से पहले राजनीति के प्रचार प्रसार के लिए सरकारी पैसों का गलत उपयोग करने और अन्य साथियों के विरूद्ध याचिका दर्ज हुई थी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कुल 25,864 वोट के अंतर से शीला जी के खिलाफ चुनाव में जीत हासिल की जीता और उन्होंने 8 दिसंबर 2013 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। मार्च 2014 में दीक्षित जी को केरल के राज्यपाल के रूप में चुना गया लेकिन केवल पांच महीने बाद इनको इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर दिया गया। अनेकों पुरस्कारों से सम्मानित हुईं जैसे कि - 2008 में “JOURNALIST ASSOCIATION OF INDIA” के द्वारा '2009 में भारत का सर्वोत्तम मुख्यमंत्री कहा गया, सन् 2009 में NDTV द्वारा 'POLITICIAN OF THE YEAR' और ' DELHI WOMAN OF THE DECADE ACHIEVERS AWARD IN 2013 से सम्मानित किया गया।