जी आपने कहा कल
साल निकल रहा है ..
कुछ नया होता है ..
कुछ पुराने पीछे रह जाता है..
कुछ ख्वाहिशे दिल में रह जाती है ..
कुछ बिन मांगे दिल में रह जाती है..
कुछ छोड़ कर चले गए..
कुछ नए जुड़ेंगे इस सफर में
कुछ मुझसे खफा है..
कुछ मुझसे बहुत खुश है ..
कुछ मुझे भूल गए ..
कुछ मुझे याद करते है ..
कुछ शायद अनजान है ..
कुछ बहुत परेशान है ..
कुछ को मेरा इंतज़ार है ..
कुछ को मुझे इंतज़ार है ..
कुछ सही है कुछ गलत भी है..
कोई गलती तो माफ़ कीजिये ..
और कुछ अच्छा लगे तो मुझे याद कीजिये ..
वर्ष २०१५ के अंतिम माह मंगलमय हो जी
अब आज मै ये कहता हूँ
समय का हर पल निकलेगा ही जी
दिन महीने और साल
नए मिलते है
पुराने भी अगर संग रहते है
साथ में तब सब जमते है
खुशियां चहुँ ओर बिखरती है
मुस्कुराते है सब हर हाल ..
छूटना जुड़ना
टूटना जुटना
खेल है जीवन का कमाल
छोड़ कर जानेवालों को
याद कीजिए बारम्बार
विरह वेदना में फिर बढ़ेगा प्यार
नए जो जुड़ते है
नयी उमंग भरते है
सम्बल एक दूसरे का जब बनते है
फिर हर गम भी हम हँसते है
रखे एक दूजे का ख़याल
फिर बजती है ताल से ताल ..
टूटे नहीं कभी जब वफ़ा
फिर क्यों हो कोई कभी खफा ?
करुणा प्रेम जब करे महसूस
सभी रहे आनंदित व खुश
भूलने वालो को भी याद रखिये
याद करने वालो को सदा दिल के पास रखिये
अनजाने भी फिर जान जाएंगे
परेशान भी मुस्कान पाएंगे
आपको जिसका इंतज़ार है
जिसे आपका इंतज़ार है
सबको सब फिर मिल जाएंगे
खुशियो के फूल फिर खिल जाएंगे
आप सही है
और कोई गलत नहीं है
दिल को रखकर साफ़
हर खता को करिये माफ़
आप सदैव ही अच्छे लगेंगे
बेशक सब याद करेंगे
आमोद प्रेम और प्रमोद से मालामाल
होगा आगा पीछा दिन महीने और साल ....
अग्रिम मुबारक मेरे दोस्त आपको नया साल .......