"आंखो के अधूरे ख्वाब....
"कुछ अधूरे ख्वाब लेकर, इन तरसती आँखों में,तङफ उठूँगा रातों में,कैसे मैं जी पाऊंगा....किया वादा जो तोङ रहे हो,छुपके से मुंह मोड़ रहे हो,साथ मेरा जो छोङ रहे हो,मैं ना छोङ पाऊँगा...मन-मिलन का संसार मेरा था,बाकि ना कोई वार मेरा था,सांसों में इकरार तेरा था,हाथ मेरा तुम छोङ रहे हो...मैं ना छोङ पाऊँगा...जब