सिर्फ 'छींकने वालों की जांच के लिये क्यों बना दिया अस्पताल ?पांच साल से ज्यादा का वक्त गुजर गया.. मरीजों को दूसरे अस्पताल जाने का डायरेक्शन दिया जाता है... साफ्टवेयर अपडेट करने जैसे मामलों के लिये दस रूपये की वसूली... वह भी बिना रसीद के..करोडों रूपये खर्च करने के बाद