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अपने बारे मे (प्रथम सस्कंरण)

8 जून 2016

449 बार देखा गया 449
featured imageएक दिन की बात है जब मै बाजार से सब्जी लेने गया था शाम का वक्त था रात होने को थी अधेंरा छा रहा था तभी अचानक बडी़ तेजी से बिजली चमकने की अावाज सुनायी दी और तेज बारिस होने लगी मै घबरा गया था और अधेंरा भी बढ रहा था मै डरा हुआ सहमा -सहमा घर आया मेरा सर बहुत चकरा रहा था उस रात मैने खाना भी नही खाया और सो गया सुबह जब मेरी नीद खुली और मै बिस्तर से उठा फ्रेस होकर नाश्ता किया और बाहर जाकर लोगो से बाते कर रहा था तभी मेरे दोस्त ने मुझे शब्दनगरी के बारे मे बताया और मै शब्दनगरी पर लग गया प्रतिदिन मै दो तीन लेख लिखता रहा लेकिन मेरी कोई भी रचना नवीन रचनाओ मे नही आया तब से लेकर आज तक मै शब्दनगरी से जुडा हूं लेकिन मेरी रचना पुरस्क्रत नही हूयी मै क्या करता उसी के पीछे लगा रहता हूं|

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अजीत कुमार मिश्रा

अजीत कुमार मिश्रा

aap ne apne baare me bhut aacha likha hai hme yakeen hai aur bhe aacha likhoge

10 जून 2016

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अपने बारे मे (प्रथम सस्कंरण)

8 जून 2016
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एक दिन की बात है जब मै बाजार से सब्जी लेने गया था शाम का वक्त था रात होने को थी अधेंरा छा रहा था तभी अचानक बडी़ तेजी से बिजली चमकने की अावाज सुनायी दी और तेज बारिस होने लगी मै घबरा गया था और अधेंरा भी बढ रहा था मै डरा हुआ सहमा -सहमा घर आया मेरा सर बहुत चकरा रहा था उस रात मैने खाना भी नही खाया और सो

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गुटखा हमारा दुस्मन

11 जून 2016
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ये मेरे देश के नौजवानो ये कैसी गलती करते हो;गुटखा खाकर अपने शरीर को बर्बाद क्यों करते हो|धूम्रपान और गुटखा बड़ा ही खतरनाक होता है;इसका सेवन करने से घर बर्बाद होता है |आप की ही गलती को घर मे बच्चे भी दोहराते है; और बड़े होकर वो भी गुटखा के आदी हो जाते है |कैंसर जै़सी भयंकर बीमारी इससे होती है;हम अंजा

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