🌀अयोनिज पुत्र देने में कौन से देव समर्थ हैं ?🌀
" किन्तु देवेश्वरो रूद्रः प्रसीदति यदिश्वरः।
न दुर्लभो मृत्युहीनस्तव पुत्रो ह्ययोनिजः।।
मया च विष्णुना चैव ब्रह्मणा च महात्मना ।
अयोनिजं मृत्युहीनमसमर्थं निवेदितुम् ।। "
इन्द्र बोले -- हे शिलाद ! यदि देवेश्वर भगवान रूद्र प्रसन्न हो जायें - तो आपके लिए मृत्यु रहित तथा अयोनिज पुत्र दुर्लभ नहीं है -- मैं ( इन्द्र ) -- विष्णु एवं महात्मा ब्रह्मा भी मृत्युहीन तथा अयोनिज पुत्र देने में असमर्थ हैं ।
🔥 पशु कौन हैं ? जिनके के कारण भगवान शिव पशुपतिनाथ कहलाते हैं 🔥
" तस्माद्वै पशवः सर्वे देवासुरनराः प्रभोः ।
रूद्रः पशुपतिश्चैव पशुपाश विमोचकः।। "
अतः समस्त देवता - असुर तथा मनुष्य भगवान शिव जी के पशु हैं ( कारण कि ये सभी बद्ध हैं - मुक्त नहीं ) - रूद्र पशुपति हैं और पशुपाश से मुक्त करने वाले हैं ।
🚩 शिवलिङ्ग में सभी देवों का वास है 🚩
" बहुधा लिङ्गभेदाश्च नव चैव समासतः।
मूले ब्रह्मा तथा मध्ये विष्णुस्त्रिभुवनेश्वरः ।।
रूद्रोपरि महादेवः प्रणवारख्यः सदाशिवः ।
लिङ्गवेदी महादेवी त्रिगुणा त्रिमयाम्बिका ।। "
लिङ्ग के बहुत भेद हैं -- संक्षेप में वे नौ हैं -- लिङ्ग के मूल में ब्रह्मा -- मध्य में तीनों लोकों के ईश्वर भगवान विष्णु तथा ऊपरी भाग में प्रणव संज्ञक महादेव रूद्र सदाशिव विराजमान रहते हैं -- लिङ्ग की वेदी महादेवी अम्बिका है -- वे तीनों गुणों के साथ त्रिदेवों से युक्त रहती हैं -- जो वेदी के साथ लिङ्ग की पूजा करता है -- उसने मानो महादेव तथा भगवती का पूजन कर लिया ।
🚩 हर हर महादेव 🚩