7 सितम्बर 2022
पंख होते हैं समय के जो पंख फैलाकर उड़ता है दिखता नहीं वह किसी को पर छाया पीछे छोड़ता है कोई भरोसा नहीं समय का वह न बोलता न दुआ-सलाम करता है पर अपने आगे झुकाकर सबको चमत्कार दिखाता है बड़ा सय