shabd-logo

बहानेबाज़ी

hindi articles, stories and books related to bahanebaji


अनाड़ी कारीगर अपने औजारों में दोष निकालता रहता है। पकाने का सलीका नहीं जिसे वह देगची का कसूर बताता है।। कातना न जाने जो वह चर्खे को दुत्कारने चला। लुहार बूढ़ा हुआ तो लोहे को कड़ा बताने लगा।। जिसक

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए