15 मार्च 2016
भाई क्या बोलूँ , कुछ लोग इतने ही कमीने होते हैं. खुद इनसे कोई नेक काम न किया जाएगा । बस बली के नाम पे जानवर आराम से काट सकते हैं । किसी बेज़ुबान को काटने मे एक बार भी न सोचेंगे । लेकिन खुद किसी जानवर को बिना किसी स्वार्थ के पालने की औकात नहीं होती । ऐसे लोग को गाय , बकरी पालते भी काटने के लिए ही हैं । माफ करना भाई , अपशब्द के लिए ।
16 मार्च 2016