7 अक्टूबर 2019
जब बेख़ौफ़ को जीना पड़े ख़ौफ़ में, उस दौर में बेख़ौफ़ भी क्या चीज़ है. जिंदगी मिलना बड़ी बात नहीं, बड़ी बात तो जीना है ज़िंदगी. इम्तिहान उनका भी होता है, जो इम्तिहान से डरते है, ना जाने फिर भी लोग क्यों इम्तिहान से डरते है. मौत का आना कोई नई बात नहीं ' आलिम '