13 मार्च 2022
सशक्त नारी समाज का सम्मान है । दृढ़ता और शक्ति पहचान है । पुरुष के कंधे से कंधा मिलाती है । नारी शक्ति को कवि का प्रणाम है । हो चाहे आसमान , चाहे जमी , फिर सागर सभी जगह मेहनत के दम पर आगे आती