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भोर भई

4 फरवरी 2022

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रचनाएँ
मेरी कविताएं
4.5
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1

सब कुछ पहले जैसा ही है

27 नवम्बर 2021
7
4
5

<div>हम कुछ बदल गए है</div><div>पहले चलते थे मेरे कदम तेरे कदमो के पीछे</div><div>अब वह कदम भी ठहर ग

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गांव

27 नवम्बर 2021
2
2
3

<div><br></div><div><br></div><div>पक्के रास्ते से जो सड़क कच्चे रास्ते मे मिल जाती है</div><div>वही

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मेरी भाभी

27 नवम्बर 2021
3
3
3

<div>माँ जैसा प्यार आप हम पर लुटाती है</div><div>इसलिए भाभी आप हमें भाती है</div><div><br></div><div

4

निंदिया रानी

27 नवम्बर 2021
3
4
3

<div>आजा निंदिया रानी आज</div><div>आज री निंदिया रानी आजा</div><div>आकर बिटिया की आंखों में समाजा</d

5

होली

27 नवम्बर 2021
2
3
3

<div>फागुन आया</div><div>रंगों का त्योहार है लाया</div><div>देख रंग </div><div>लाल पीला, हरा गु

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यही वक्त है

27 नवम्बर 2021
2
3
3

<div>कुछ कर दिखाने का</div><div>कुछ लिखने का </div><div>कुछ सुनाने का</div><div>अपनी व्यथा को क

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वादे किए थे

27 नवम्बर 2021
3
2
3

<div>याद है तुझे जो हमने किये वादे थे</div><div>रहते थे दूर </div><div>फिर भी हम आधे आधे थे</di

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पिया को अपने मनाऊंगी

27 नवम्बर 2021
2
3
3

<div>कर श्रृंगार आज मै </div><div>पिया को अपने मनाऊंगी</div><div>लगा के बिंदी माथे पर</div><div

9

देश का जवान हूँ मै

27 नवम्बर 2021
2
2
2

<div>पराक्रम की मिशाल हूँ मैं</div><div>देश का अभिमान हूँ मै</div><div>देश की रक्षा करने वाला जवान ह

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हिंदुस्तान हमारा

27 नवम्बर 2021
2
2
2

<div>पराक्रम की मिशाल हूँ मैं</div><div>देश का अभिमान हूँ मै</div><div>देश की रक्षा करने वाला जवान ह

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दिल मेरा टूटा खण्डहर है

27 नवम्बर 2021
2
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<div>दिल मेरा टूटा से खण्डहर है</div><div>अब नही जुड़ पाएगा</div><div>होले होले ही सही</div><div>सब क

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श्याम तेरी बंसी

27 नवम्बर 2021
2
2
2

<div>श्याम तेरी बंसी</div><div><br></div><div>श्याम तेरी बंसी की धुन निराली है</div><div>लगती सभी को

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नव वर्ष का आगाज है

27 नवम्बर 2021
2
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<div>चारों तरफ हर्षोल्लास है</div><div>उत्कर्ष का आभास है</div><div>यह नववर्ष का आगाज है</div><div>य

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जान ले जाते हो

27 नवम्बर 2021
2
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2

<div>ये जो बात बात पर तुम गुस्सा जाते हो</div><div>कसम से जान ले जाते हो</div><div>मनाने पर जो यू इत

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निषाद राज

27 नवम्बर 2021
2
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2

<div>मना किया जब निषाद राज ने</div><div>करत निहोरा हजार</div><div>श्री राम के मनाने पर भी</div><div>

16

नव वर्ष को करे प्रणाम

27 नवम्बर 2021
2
2
4

<div>नव वर्ष को करे प्रणाम</div><div>बीते वर्ष को राम राम</div><div>खुशियों की हो बरसात</div><div>दु

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पिता का अंश हूँ मैं

29 नवम्बर 2021
3
2
6

<div>उस पिता का मैं अंश हु</div><div>उनका नया वंश हु</div><div>घर के उनका मान हु</div><div>बढ़ाने आयी

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यकीन है

29 नवम्बर 2021
3
3
6

<div>सुनो</div><div>अपने किरदार पर इतना यकीन है</div><div>दूर हो जायेंगे तुमसे फिर भी याद आएंगे</div

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घर नही जाऊँगी

29 नवम्बर 2021
2
1
1

<div>सुनो!</div><div>बोल रहे हो तो आज रात मैं घर नही जाऊँगी</div><div>बाहर ठंड है बहुत|आज यही रुक जा

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आशीष हमसे पाते रहो

29 नवम्बर 2021
2
2
1

<div>तुम सदा मुस्कुराते रहो</div><div>जग में नाम कमाते रहो</div><div>आये न कभी कोई मुसीबत </div

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पिता का अंश हूँ मै

1 दिसम्बर 2021
3
1
1

<div><br></div><div><br></div><div>उस पिता का मैं अंश हु</div><div>उनका नया वंश हु</div><div>घर के उ

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सूर्य पुत्र कर्ण

4 दिसम्बर 2021
13
8
6

<div>सूर्य पुत्र कर्ण की मैं तुम्हे गाथा सुनाती हूँ</div><div>सूत पुत्र जिन्हें नाम मिला मै उनकी बात

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अजब मोड़ पर आ गए हम

6 दिसम्बर 2021
3
3
5

<div>जहाँ सिर्फ याद तेरी ही आती है</div><div>बिन बात किये तो यह रात भी नही </div><div>कट पाती ह

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साथ निभाऊंगी

8 दिसम्बर 2021
2
3
4

<div>में हमेशा तुम्हारा साथ निभाउंगी</div><div>छोड़ के तुम्हे कभी न जाऊँगी</div><div>लिए है साथ फेरे<

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तुम गए गम नही

3 जनवरी 2022
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तुम गए गम नहीआंख अब ये नम नहीतुझे सब कर के दिखाऊँगीतेरे लिए सबसे लड़ जाऊगीतू देगा साथ अगर मेरे तोमुसीबत में भी मुस्कुराऊगीतुम गए गम नही आंख अब ये नम नहीक्योंकि तझे अब अपना बनाना है छीन के उससे वापस लाना हैकहि दूर ले जा के सबसे अबअपना आशियाना बसाना हैजहा हो कोई गम नहीहम दोनों के अलावा अब कोई नहीएक छोटा सा घर बनाएंगेउसे फिर प्यार से सजायेंगेहोगा कोई गम नहीआंखे अब ये नम नही.......

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भोर भई

4 फरवरी 2022
0
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भोर भई दिन है निकलादेखो उठ कर आसमान मेंभास्कर की लालिमा है छाईकोयल गाएपपीहा भी बोलेमोर का भी तन मन डोलेभोर भई......उठ कर जल्दी करो स्नानथोड़ा सा व्यायाम करो तुममन लगाओ दो ईश्वर में ध्यान

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