पक्के रास्ते से जो सड़क कच्चे रास्ते मे मिल जाती है
वही सड़क तो मेरे गाँव को जाती है।
जहाँ खेत की मेड़ पर लोग बैठ जाते है
जहां खेत मे गेहू की बालियां लहलहाती है
जहां दूर से गाँव का स्कूल नजर आता है
वही रास्ता मेरे गाँव को जाता है।
जहां स्कूल की छुट्टियों में हम हमेशा जाते है
जहां आम के पेड़ पर टिकोरे नजर आते है
जहां पानी मिलता शुद्ध है
जहां हम पिता के नाम से होते प्रसिद्ध है
जहाँ पक्का रास्ता कच्चे रास्ते मे मिल जाता है
वही रास्ता मेरे गाँव को जाता है।
जहां न पढ़ाई और न ही नौकरी की कोई टेंशन है
इसलिए मुझे मेरे गाँव बहुत पसंद है
जहां लहलहाती फसले है
जहां सूरज की चमकती लाली है
जहाँ चलती हवा मतवाली है
जहाँ खेतो में किसान देखे जाते है
इसलिए मुझे गांव बहुत भाते है
आती है विपत्ति तब
वह हमें अपनाते है
जहां सब पड़ोसी भी
साथ मे रोटी खाते है
ऐसे ही नही गाँव के लोग मुस्कुराते है