यौन शोषण की ये भयानक कहानी सुनकर अपनों से विश्वास उठने लगता है
सोर्स: फेसबुक‘मैंने जब अंकल के साथ रहना शुरू किया, मैं बहुत खुश थी. मुझे उन्हें और आंटी से इतना लगाव हो गया कि मैं उन्हें मम्मी और पापा बुलाने लगी. जैसे बच्चे लाड़ पाकर बिगड़ जाते हैं, मैं भी खूब बिगड़ गई थी. मुझे खूब प्रेम मिलता. जो भी करना चाहती थी, वो सबकुछ करने का हक था मुझे. जिम्नास्टिक्स भी करती