‘मैंने जब अंकल के साथ रहना शुरू किया, मैं बहुत खुश थी. मुझे उन्हें और आंटी से इतना लगाव हो गया कि मैं उन्हें मम्मी और पापा बुलाने लगी. जैसे बच्चे लाड़ पाकर बिगड़ जाते हैं, मैं भी खूब बिगड़ गई थी. मुझे खूब प्रेम मिलता. जो भी करना चाहती थी, वो सबकुछ करने का हक था मुझे. जिम्नास्टिक्स भी करती और क्वायर में गाना भी गाती. अंकल एंडी मुझे हर फ्राइडे शॉपिंग के लिए ले जाते. वो एक बहुत अच्छे पिता थे. मैं उनके साथ एक बड़ी सी आरामकुर्सी पर बैठ जाती और बार्बी वाली फ़िल्में देखती. वो मेरे पीठ सहलाते, कभी कभी मेरे कूल्हों पे हलके से मारते. मुझे यही लगता ये उनका प्रेम है.’
लेकिन फिर टोनी 13 साल की हुई और सबकुछ बदल गया. वो अंकल एंडी जो टोनी को अपनी बच्ची की तरह रखते थे, उसको बुरी नजरों से देखने लगे. एंडी ने टोनी को एक फोन दिया और कहा कि वो इसका इस्तेमाल अपनी मां से बात करने के लिए कर सकती है. टोनी खुश हो गई. मगर बदले में एंडी ने टोनी से उसका शरीर मांगा.
धीरे-धीरे एंडी टोनी को छोटे-छोटे गिफ्ट और मेकप का सामान देने लगा. चूंकि टोनी अपनी मां से बात करना चाहती थी, वो लगातार एंडी का कहा मानती रही. टोनी को लगता रहा कि एंडी बड़ा है, उसके पिता समान है, इसलिए जो वो कहता है वो करना चाहिए. मासूमियत में एंडी सबकुछ करती रही.
ये टोनी-स्यू हैंक्लिफ कि कहानी है. वो छोटी सी थीं, जब उनके मां-पिता के बीच टेंशन हो गई. उनकी शादी ठीक नहीं चल रही थी. एंडी पर इसका बुरा असर न पड़े इसलिए उसकी मां ने उसे उसके अंकल एंडी वॉकर के पास भेज दिया. उसके बाद जो हुआ, वो एंडी ने ‘द सन’ अखबार को बयां किया.
टोनी टीनएज में पहुंची कि अंकल एंडी ने उसका शोषण करना शुरू कर दिया. उसके लिए लेस वाले अंडरवियर लाता, उसकी तस्वीरें खींचता. बाथरूम में कैमरा लगाकर सब उसका वीडियो बनाता. एंडी ने16 की उम्र में उसे वाइब्रेटर गिफ्ट किया.
टोनी ने ‘द सन’ को बताया:
‘दिन के समय एंडी एक अच्छा बाप हुआ करता था. मगर रात को वो एक अलग इंसान होता था. वो फ़िल्में जो उसने बनाई होतीं, उनसे मुझे नफरत होती. मैं उससे अपने वीडियो डिलीट करने की भीख मांगती. मगर वो नहीं सुनता था. बाथरूम में कैमरा लगा होता इसलिए मैंने कपड़े उतारकर नहाना ही बंद कर दिया. मैं बस बाल धोकर आ जाती.
वो मेरे सामने हस्तमैथुन करता. अपना लिंग मेरे पांवों पर छुआता.
उसने मुझसे कहा कि अगर मैं ये राज छिपा ले गई तो वो मुझे मेरी मां से बात करने की अनुमति देता रहेगा. मुझे ये भी डर लगता कि कहीं मैंने किसी से कुछ कह दिया तो अंकल की पत्नी और बच्चों का जीवन खराब हो जाएगा.
मेरी टीनएज के समय मैं बिलकुल अकेली और बहुत उदास हो गई थी.
अंकल सीधे मेरा रेप नहीं करता. वो मेरी वेजाइना में चीजें घुसेड़ता. 16 की उम्र में मेरी मुलाकात एक लड़के से हुई. हम डेट करने लगे. वो मेरा बॉयफ्रेंड बन गया. मैं इस रिश्ते में खुश थी. मैंने बॉयफ्रेंड के साथ इसलिए सेक्स किया कि मैं नहीं चाहती थी कि मेरी वर्जिनिटी एंडी से रेप होकर जाए.’
एक दिन टोनी अपने बॉयफ्रेंड के साथ थी और उसी समय उसके फोन पर एंडी का मैसेज आया. ये मैसेज निहायत अश्लील और भद्दा था. टोनी के बॉयफ्रेंड ने जब मैसेज देखा तो उसके कान खड़े हो गए. उसने टोनी से पूछा तो टोनी ने उसे पूरी कहानी सुनाई. टोनी के बॉयफ्रेंड ने तब उसे बताया कि अपने अंकल की शिकायत करना कितना जरूरी है. धीरे-धीरे अपने बॉयफ्रेंड की मदद से टोनी, एंडी की शिकायत करने की हिम्मत जुटा पाई.
शिकायत के बाद जब घर की तलाशी हुई तो एक अलमारी से ढेर सारा टीन पॉर्न आर सेक्स के सामान मिले. टोनी का एक अंडरवियर भी निकला. टोनी के लिए ये दुखद था. 2014 में जब टोनी के केस की सुनवाई हुई, एंडी ने 10 बार बच्ची का यौन शोषण करने का आरोप कबूला. एंडी को 4 साल की सजा हुई और एक ऐसे कागज़ पर दस्तखत करवाया गया जिसमें लिखा था कि वो एक यौन शोषक है.
एंडी के पास एक ऐसा प्रेमी था, जिसने उसे उसके नरक जैसे जीवन से निकालने में मदद की. मगर हमारे यहां जाने कितने बच्चे और बच्चियां रोज रिश्तेदारों, यहां तक अपने ही पिता के हाथों यौन शोषण का शिकार होते हैं मगर कुछ कह नहीं पाते. सिर्फ इसलिए कि बच्चों को कभी सिखाया ही नहीं गया कि सेक्स और सेक्शुअल हरासमेंट क्या होता है. क्योंकि हमें लगता है कि इन बातों से अपने बच्चों को दूर रख हम उन्हें सही संस्कार देते हैं.
तो अब आप ही तय करें, सही ‘संस्कार’, या मासूम सी उम्र में यौन शोषण?
साभार : The Lallantop