सर्वेश एक यंग और स्मार्ट नौजवान था, अच्छी कद काठी का मालिक था , किसी हीरो से कम नही लगता था , अभी अभी नई नौकरी ज्वॉइन किया था ,अच्छा पैकेज था , आज उसे ऑफिस के काम से कहीं दूर जाना पड़ा था तो आने में थोड़ी देर हो गई थी , !!
उसकी गर्ल फ्रेंड निशा आज नाराज हो गई थी क्योंकि आज उसका बर्थ डे था और वह चाहती थी की आज सर्वेश छुट्टी लेकर पूरा दिन उसके साथ रहे ,पर नई नई नौकरी में वह अभी छुट्टी लेकर अपना रिकॉर्ड खराब नही करना चाहता था , उसने कहा था की शाम को जल्दी आने जी कोशिश करेगा नही तो छह बजे तो पक्का है और फिर रात अपनी है ,और कल छुट्टी भी है ,!!
पर एक इमरजेंसी काम आ गया और वह भी उसे ही करने को कहा गया क्योंकि वह उसका विशेषज्ञ था ,अब बॉस को तो पहली बार नाराज करना भी आसान नही था और एक महीने में पहली बार उसके कैलीबर का काम आया था इसलिए उसे कहा गया था ,*"!!
उसने काम तो आठ बजे खतम कर लिया था पर यहां से निशा के घर जाने में एक घंटा लगना था तो उसने कहा था की केक काटने के पहले वह पहुंच जाएगा ,*"!!
अब मुश्किल से आधा घंटा और रह गया था रात के साढ़े आठ हो चुके थे , अचानक वह तेज़ी से ब्रेक मारता है ,और चौक कर सर उठाकर देखता है , तो एक खून से लथपथ आदमी बीच सड़क में पड़ा हुआ था ,,!!
वह कार से उतरकर उसे देखता है ,तो वह घायल था ,और उसके शरीर से खून अभी भी निकल रहा था ,उसके शरीर में कई जगह घाव के निशान थे ,ऐसा लग रहा था जैसे उसे मारकर रोड पर कोई फेंक गया था , ताकि अंधेरे में कोई ट्रक या गाड़ी उसे कुचल जाए ,!!
सर्वेश जल्दी के मारे ये शॉर्ट कट रास्ते से आ रहा था यह रास्ता बहुत कम लोग ही उपयोग करते थे क्योंकि अक्सर यहां लूट पाट भी हो जाती थी , वह घायल आदमी कराहता हुआ आंखे खोलता है ,और सर्वेश को देख कहता है ,*" भाई मुझे बचा लो प्लीज *"!!
इतना कह वह फिर से बेहोश हो जाता हैं, सर्वेश को कुछ सुझाई नही पड़ता है ,तो वह उसे जल्दी से उठाता है ,और पीछे की सीट पर डालकर तेज़ी से हॉस्पिटल की ओर भागता है जो वहां से मात्रा तीन किलोमीटर पर ही था , उसके कपड़े भी खून से सन गए थे ,और पीछे का पूरा सीट भी खून से भर गया था पर इंसानियत के नाते वह उसे लेकर हॉस्पिटल पहुंचता है , ,!!
हॉस्पिटल वाले पुलिस को कॉल करके उसे ओपीडी में ले जाते हैं , सर्वेश जाना चाहता था पर हॉस्पिटल वालो ने पुलिस के आने तक रुकने का रिक्वेस्ट किया था , मजबूरी थी ,उधर से निशा का बार बार कॉल आ रहा था , सर्वेश समझ नही पा रहा था की वह क्या करे , !!
पुलिस आती है ,वह सर्वेश से पूछती है की यह कहां मिला कैसे मिला ,*"!!
सर्वेश अपना पूरा बयान लिखवा देता है ,!!
एक छोटा अधिकारी कहता है ,*" कहीं ऐसा तो नहीं की इसका एक्सीडेंट तुम्हारी गाड़ी से हुआ हो और तुम इसे लेकर एक दूसरी कहानी बता रहे हो ,*"!!
सर्वेश का दिमाग खराब हो उठता है , वह पुलिस वालों पर भड़क उठता है और कहता है ,*" आप लोगो का दिमाग खराब है ,एक तो मेरी गर्ल फ्रेंड का बर्थडे था वहां जाना छोड़ मैं किसी घायल आदमी की सहायता करने लगा तो उसका केस मिझपर ही डाल रहे हो ,इसीलिए कोई किसी को हेल्प नही करता ,सिर्फ और सिर्फ आप लोगो की वाहियात हरकतों के कारण ,*"!!
तभी डॉक्टर ऑपरेशन थिएटर से बाहर आता है और कहता है ,ऑपरेशन हो गया उसे पंद्रह बार चाकू से मारा गया था ,यह तो अच्छा हुआ इस यंग मैं ने जल्दी से इसे यहां पहुचाया वरना वह नही बचता , आप लोग उसे देख सकते ही अभी उसे बाहर ला रहे हैं , *"!!
उसी समय वार्ड ब्वॉय एक स्ट्रेचर में उस आदमी को लेकर बाहर आते हैं , उसका चेहरा देखते ही सभी पुलिस वाले चौक जाते हैं , वह सर्वेश को देख पूछते हैं ,*" तुम्हे पता है तुमने किसे बचाया है , !!
सर्वेश कहता है ,*" बेहोश होने से पहले नाम तो बताया नही था ,अब आप लोग जानते हो तो बता दो ,*"!!
हवलदार कहता है ,*" यह सुपारी किलर जसवंत है , बहुत बड़ा कमीना है , कई लोगो को मार चुका है , ऊपर तक इसकी पहुंच होने के कारण कोई इस पर हाथ नही डाल पाता है, वैसे भी यह कभी कोई सबूत नहीं छोड़ता है , *"!!
जसवंत का नाम सुनते ही एक बार के लिए सर्वेश भी कांप उठता है , पुलिस उसको धन्यवाद देती हैं और सॉरी भी बोलती है उल्टे सीधे सवालों के लिए और उसे जाने के लिए कहती है , जरूरत पड़ी तो वह लोग खुद उसके पास आ जायेंगे यह भी कहती है , *"!!
सर्वेश अपनी कार में आकर बैठता है रात के एक बज रहे थे ,इतना समय कैसे निकल गया ,पता नही चला ,तभी मैसेज आता है वह देखता है ,तो निशा ने ब्रेक अप का मैसेज भेजा था ,*"!!
वह दो तीन बार उसे कॉल करता है तो वह उठाती नही फिर फोन स्विच ऑफ कर देती है ,*!!
सर्वेश उदास हो जाता है ,वह घर पहुंचता है घर से मां ने भी कई कॉल कर दिए थे , मां दरवाजा खोलती है तो उसके कपड़े खून से सने देख घबरा जाती है तो सर्वेश उसे समझा कर पूरी कहानी बताता है , !!
उसके पिता हरीश कुमार जसवंत का नाम सुन घबरा जाते हैं और कहते हैं,*" अरे बेटा ऐसा लोगो को बचाना भी कई लोगो से दुश्मनी लेना होता है ,*"!!
सर्वेश कहता है ,*" पापा मुझे पता नही था की वह कौन है , और फिर पता भी होता तब भी मैं उसे हॉस्पिटल जरूर पहुचाता में अपने सामने किसी को मारते हुए छोड़कर नही जाता ,*"!!
सुबह सुबह सर्वेश निशा के घर गिफ्ट लेकर जाता है ,उसकी मम्मी दरवाजा खोलती है , तो उस से कहती है ,*" रात कहां रह गए थे बेटा उसने केक ही नही काटा सभी फ्रेंड ऐसे ही चेक गए , *"!!
सर्वेश कहता है ,*" मम्मी आप केक निकालो मैं उसे ले कर आता हूं ,*"!!
सुबह सुबह ही सर्वेश ने अपने खून सने कपड़े के साथ फोटो खींच कर भेज दिया था, तभी उसका मैसेज बिप बजता है , वह देखता हैं ,निशा का ही था उसने अभी अभी देखा था शायद ,!!
निशा मम्मी को आवाज देती हुई आती है ,*" मम्मी मम्मी सर्वेश का एक्सीडेंट*"!!
अभी इतना ही बोली थी तभी सामने सर्वेश को देख वह उसके गले लग कर रोने लगती है , !!
सर्वेश ऑफिस पहुंचता है , वहां पर भी रात कि बात बताता है ,तो सभी लोग कहते हैं *" यार तुम्हे भी अच्छा बनने की बहुत गंदी आदत है ,*"!!
धीरे धीरे एक हफ्ता निकल गया था, एक दिन हॉस्पिटल से इंस्पेक्टर का कॉल आता है , वह उसे वहां फिर से बयान के लिए बुलाता है , तो वह वहां जाता है ,*"!!
जसवंत को काफी आराम हो गया था ,अब वह सहारे से बैठ सकता था , उसके सामने पुलिस वाला बैठा है ,सर्वेश को देख वह उसे भी वहीं बिठाता है , !!
जसवंत उसे देख कहता है *" यही नौजवान था जिसने मुझे बचाया मैंने इसे ही अपने पास देखा था ,!!
पुलिस वाला कुछ बाते उसके सामने पूछता है और फिर सर्वेश को जाने के लिए कहते हैं ,!!
सर्वेश जाने लगता है तो जसवंत कहता हैं,*" थैंक्स डियर जान बचाने के लिए बाकी तो ये पुलिस वाले तो मुझे लटकाने के लिए तैयार ही रहते है ,बस इन्हे मौका नही मिलता है , मैं इतना बुरा आदमी नही हूं जितना यह लोग कहते है , ठीक होने के बाद तुमसे मिलता हूं ,*"!!
सर्वेश ने आज छुट्टी ही ले लिया था , उसके बॉस ने भी छुट्टी दे दिया था , वह सीधे निशा के यहां जाता है ,निशा ने पहले से ही दो दिन की छुट्टी ले रखी थी ,वह दोनो आज पूरा दिन साथ रहकर कल का हिसाब क्लियर करना था ,*"!!
वह दोनो एक रेस्टोरेंट में बैठे थे तभी एक लड़का उनके सामने आकर खड़ा होता है ,जिसे देखते ही निशा का चेहरा फक्क पड़ जाता है , !!
सर्वेश उसे देख कहता है ,*" संदेश तुम फिर आ गए , एक साल की जेल के बाद भी तुम्हारा दिल नही भरा ,*"!!
वह उनके सामने वाली कुर्सी खींचकर बैठते हुए कहता है ,*" देख सर्वेश तु क्यों अपनी जान गवाना चाहता है ,इस निशा के लिए , चल मैं तेरी पिछली गलती को माफ कर दूंगा पर अब तू इसका साथ छोड़ दे , इसकी शादी होगी तो वह मेरे साथ , और कोई आया तो उसे जिंदा नही छोडूंगा ये कहा था ना पिछली बार तो तूने मुझसे इसे बचा लिया था ,पर इस बार अगर तू बीच में आया तो तुझे तो पहले ही मारूंगा ,*"!!
सर्वेश कहता कहता है ,*" जब तक मैं हूं तब तक इसे कोई हाथ नहीं लगा सकता ,*"!!
संदेश कहता है ,*" एक महीना ,एक महीने का टाइम देता हूं , उसके बाद मैं निशा के साथ शादी करूंगा तब जिसकी औकात हो रोक कर देख लेना ,*"!!
वह निशा का कॉफी पीकर जाता है , *"!!
संदेश इन दोनो के साथ ही कॉलेज में पढ़ता था वह कॉलेज में ही गुंडागर्दी करता था , और कॉलेज से निकलने के बाद से सीधे गुंडा गर्दी में उतर आया था ,उसे निशा बहुत पसंद थी और जबरन उसे पाना चाहता था , पर निशा तो सर्वेश को चाहती थी ,!!
पिछले साल ही वह जबरन निशा को उठाने उसके घर पहुंच गया था तब उस समय सर्वेश वहां पहुंच गया था ,और उसने पुलिस को कॉल कर दिया था तो उसे एक साल की सजा हो गई थी पर संदेश को लगा था की निशा के घर वालो ने फोन किया था , अभी अभी जेल से निकला था और आते ही धमकी दे दिया था एक महीने का ,*"!!
उसके जाने के बाद दोनो ही टेंशन में आ जाते हैं ,*"!!
दस दिन बाद जसवंत के घाव काफी सुख गए थे और वह डिस्चार्ज होता है तो सबसे पहले सर्वेश से मिलने उसके घर जाता है , उसके आस पास के लोग तक जसवंत को घर आया देख घबरा जाते हैं , सर्वेश उसको घर के अंदर बुलाता है , उसकी मां गाजर का हलवा बना रही थीं उसकी खुशबू से जसवंत कहता है ,*" मां जी मुझे भी टेस्ट करवाइए मुझे गाजर का हलवा बहुत पसंद है ,!!
सर्वेश सोचता है की जसवंत से संदेश के बारे में कह दे क्या फिर यह सोचता है की यह तो किलर है कभी मार वार देगा तो वह भी फस जायेगा , जसवंत मां के हाथ का हलवा खा कर कहता है , मां जी जब भी हलवा बनाइए मुझे जरूर बुलाना बहुत बढ़िया बनाती हैं आप,*"!!
महीना बीतने आ गया था , पर यह लोग कुछ भी नही सोच पाए थे की क्या करना है ,!!
अभी वह सोच ही रहा था ," तभी संदेश का कॉल आता है,*" क्या सर्वेश यार अब तू निशा को भूल जा मैं आज शाम को ही उसे उठा कर ले जाऊंगा ,उसे कहीं गायब करने की मत सोचने वरना मेरा गुस्सा तेरे पर ही उतरेगा ,शाम सात बजे आज उसके घर जाऊंगा , तुझे बाद में कॉल कर दूंगा ,तुझे तो और भी मिल जायेगी ,*"!!
सर्वेश घबराकर पुलिस में कॉल करता है ,तो पुलिस वाले कहते हैं ,ऐसे तुम्हारे बोल भर देने से तो aम किसी को पकड़ नही सकते है , अगर वह आकर जबरन कुछ करना चाहे तो कॉल कर देना ,हम तुरंत आ जायेंगे ,*"!!
सर्वेश जानता था की संदेश के पास अभी गुंडो का बड़ा ग्रुप हो गया है ,इसलिए वह इतना जोर दिखा रहा है ,,!!
निशा और उसके परिवार के लोग बहुत सीधे थे वह तो पुलिस और गुंडे दोनो से ही घबरा जाते हैं वह कुछ दिन के लिए शहर से बाहर जाना चाहते थे तो निशा कहती है ,*" हम जहां भी जायेंगे वह तो वहां भी आ जाएगा कमीना सर्वेश हैं वह सब देख लेगा ,*"!!
सर्वेश बहुत कुछ विचार कर जसवंत को मैसेज करता है उसमे पूरी बात डिटेल्स में भेजता है ,तो उसका कोई रिप्लाई नही आता है ,*"!!
शाम को सर्वेश निशा के घर पर था ,वह कहता है ,*" आज उसका दिमाग ठिकाने लगा दूंगा ,साले पुलिस को भी सेट कर लिया है वह भी सुनते नही है ,*"!!
उसी समय बेल बजता है निशा की मां घबराती हुई दरवाजा खोलती है तो सामने संदेश अपने कुछ गुण्डो के साथ खड़ा था ,वह मां को नमस्ते करते हुए कहता है ,*" नमस्ते सासु मां ,नमस्ते ससुर जी ,*"!!
सर्वेश को देख बोलता है ,*" यार अब तेरे को क्या बोलूं चल तु मेरा साला बन जा अब अपनी बहन को बोल इज्जत से अपुन के साथ चल दे नही तो उठा के ले जाना अच्छा नही लगेगा ,और हां पुलिस को कॉल करना है तो कर लो इसके बाद चलते हैं ,पर उसके बाद प्यार से नही घसीट कर ले जाऊंगा ,*!!
सर्वेश कहता है ,*" देख संदेश तु यहां से बिना लफड़ा किए चले जा मेरे रहते तु यहां से इसे ले नही जा सकता है , *"!!
यह सुन संदेश पिस्टल निकालता है और कहता है ,*" चल यार तेरा किस्सा ही खतम कर देता हूं , वह पिस्टल उठाता है तो निशा चीख पड़ती है ,तो वह निशा को देखता है ,तभी सर्वेश वहा पड़ा एक बड़ा पीतल का फ्लावर पॉट उठाकर तेज़ी से संदेश के सर पर मारता है संदेश का सर बुरी तरह से फट जाता है , तभी बाहर कुछ भगदड़ मचती है , संदेश वही गिर कर फड़फड़ाने लगता हैं, तभी जसवंत घर के अंदर आया है , तो सामने संदेश को तड़पते देखता है और फूलदान सर्वेश के हाथ में देख वह सब समझ जाता है ,संदेश झटके लेकर वहीं ढेर हो जाता है , तो जसवंत उसका फ्लावर पॉट उस से मांगकर अपने हाथ में लेता है ,और संदेश के सर में दो गोलियां मारकर उसका भेजा उड़ा देता है ,*"!!
निशा तो चीख कर बेहोश हो जाती है उसकी मां और पिता भी घबरा कर सोफे पर बैठते हैं उनकी तो बोलती ही बंद हो गई थी बाहर संदेश के आदमियों को तो जसवंत के लोग पहले ही मारकर भगा चुके थे , !!
जसवंत हैरत से खड़े सर्वेश से कहता है ,*" सॉरी छोटे मैसेज देर से देखा वरना ये सब नही होता, देख ये पुलिस बहुत कामिनी होती है , इन्हे किसी के इमोशन से लेना देना नही है , तूने कुछ नही किया ये निशा को उठाने आया था ,और मैं आगया ,और गुस्से से इसे गोली मार दिया बाकी मैं निपट लूंगा , मैं आज जिंदा खड़ा हूं तो सिर्फ तेरी वजह से , और तू मेरे रहते कभी तकलीफ में नही आयेगा ,जैसे तु अच्छा आदमी है वैसे हीं मैं भी हूं ,वह तो वक्त की मार ने सब कुछ करवा दिया था ,*"!!
तभी पुलिश वहां आ जाती है ,किसी ने गुण्डो को जमा देख कॉल कर दिया था तब तक गोलियां भी चली थी ,*"!!
लड़की को बचाने के लिए किए गए हत्या के जुर्म में जसवंत को तीन साल की सजा होती है , सर्वेश और निशा जब उस से मिलने जाते हैं तो वह कहता है ,*" अगर मेरी जगह तु होता तो संदेश के लोग पुलिस को सेट कर तुझे चौदह साल की तो करवा ही देते ,पर हम लोग इसके मास्टर है , जाओ खुश रहो और कोई टेंशन मत लेना मेरे लोग तुम्हारे साथ ही रहेंगे, !!
निशा और सर्वेश शादी के बाद भी जसवंत से मिलने जाते हैं , तब वह कहता है ,,*" अब पार्टी मैं बाहर आकर दूंगा तुम्हारे बच्चे के लिए ,*"!!
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