shabd-logo

क्रिसमस डे

25 दिसम्बर 2015

171 बार देखा गया 171

क्रिसमस या बड़ा दिन ईसा मसीह या यीशु के जन्म की खुशी में मनाया जाने वाला पर्व है। यह 25 दिसम्बर को पड़ता है और इस दिन लगभग संपूर्ण विश्व मे अवकाश रहता है। क्रिसमस से 12 दिन के उत्सव क्रिसमसटाइड की भी शुरुआत होती है। एन्नो डोमिनी काल प्रणाली के आधार पर यीशु का जन्म, 7 से 2 ई.पू. के बीच हुआ था। 25 दिसम्बर यीशु मसीह के जन्म की कोई ज्ञात वास्तविक जन्म तिथि नहीं है और लगता है कि इस तिथि को एक रोमन पर्व या मकर संक्रांति (शीत अयनांत) से संबंध स्थापित करने के आधार पर चुना गया है। आधुनिक क्रिसमस की छुट्टियों मे एक दूसरे को उपहार देना, चर्च मे समारोह और विभिन्न सजावट करना शामिल है। इस सजावट के प्रदर्शन मे क्रिसमस का पेड़, रंग बिरंगी रोशनियाँ, बंडा, जन्म के झाँकी और हॉली आदि शामिल हैं। सांता क्लॉज़ (जिसे क्रिसमस का पिता भी कहा जाता है हालाँकि, दोनों का मूल भिन्न है) क्रिसमस से जुड़ी एक लोकप्रिय पौराणिक परंतु कल्पित शख्सियत है जिसे अक्सर क्रिसमस पर बच्चों के लिए तोहफे लाने के साथ जोड़ा जाता है। सांता के आधुनिक स्वरूप के लिए मीडिया मुख्य रूप से उत्तरदायी है।

क्रिसमस को सभी ईसाई लोग मनाते हैं और आजकल कई गैर ईसाई लोग भी इसे एक धर्मनिरपेक्ष, सांस्कृतिक उत्सव के रूप मे मनाते हैं। क्रिसमस के दौरान उपहारों का आदान प्रदान, सजावट का सामन और छुट्टी के दौरान मौजमस्ती के कारण यह एक बड़ी आर्थिक गतिविधि बन गया है और अधिकांश खुदरा विक्रेताओं के लिए इसका आना एक बड़ी घटना है।

दुनिया भर के अधिकतर देशों में यह २५ दिसम्बर को मनाया जाता है। क्रिसमस की पूर्व संध्या यानि 24 दिसम्बर को ही जर्मनी तथा कुछ अन्य देशों में इससे जुड़े समारोह शुरु हो जाते हैं। ब्रिटेन और अन्य राष्ट्रमंडल देशों में क्रिसमस से अगला दिन यानि 26 दिसम्बर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। कुछ कैथोलिक देशों में इसे सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहते हैं। आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च 6 जनवरी को क्रिसमस मनाता है पूर्वी परंपरागत गिरिजा जो जुलियन कैलेंडर को मानता है वो जुलियन वेर्सिओं के अनुसार २५ दिसम्बर को क्रिसमस मनाता है, जो ज्यादा काम में आने वाले ग्रेगोरियन कैलेंडर में 7 जनवरी का दिन होता है क्योंकि इन दोनों कैलेंडरों में 13 दिनों का अन्तर होता है।

विवेक कान्त श्रीवास्तव की अन्य किताबें

1

जिन्दगी जो हमें सब कुछ सिखाती है !

20 दिसम्बर 2015
0
4
0

!! जिन्दगी !!‘ जिन्दगी जो हमें सबकुछ सिखाती है ’कभी बचपन की शरारत , तोकभी बुढ़ापे की थकान है जिन्दगी !कभी आँखों में पानी , तोकभी चेहरे की मुस्कान है जिन्दगी !कभी काटो का दामन , तो कभीफूलो की सुगन्ध है जिन्दगी !कभी सागर की ऊची लहर ,तो कभी नदी की गहराई है जिन्दगी !कभी इंसानियत की शक्ल ,तो कभी हैवानियत

2

'' मातृ भाषा हिन्दी ''

24 दिसम्बर 2015
0
1
0

ज्यो कृष्ण का अनुराग है कालिंदी से , नारी का श्रृंगार सुभग बिंदी  से , गंगा का हिमालय  से जो नाता है  अटूट , सम्बन्ध वही है हिन्द देश का हिन्दी से !                                        विवेक कान्त श्रीवास्तव 

3

क्रिसमस डे

25 दिसम्बर 2015
0
1
0

4

क्रिसमस डे

25 दिसम्बर 2015
0
2
0

क्रिसमस या बड़ा दिन ईसा मसीह या यीशु के जन्म की खुशी में मनाया जाने वाला पर्व है। यह 25 दिसम्बर को पड़ता है और इस दिन लगभग संपूर्ण विश्व मे अवकाश रहता है। क्रिसमस से 12 दिन के उत्सव क्रिसमसटाइड की भी शुरुआत होती है। एन्नो डोमिनी काल प्रणाली के आधार पर यीशु का जन्म, 7 से 2 ई.पू. के बीच हुआ था। 25 दिस

5

जिंदगी हमें हर पल कुछ नया सिखाती है

27 दिसम्बर 2015
0
4
1

हर पल कुछ नया सिखाती है जिन्दगी !!मन में नया एहसास जगाती है जिन्दगी !!जब दूर नगर आती है जिन्दगी , दिन को कुछ याद कराती है जिन्दगी !काश ! कुछ लम्हे और दे जाती है जिन्दगी !!काश ! कुछ लम्हे और दे जाती है जिन्दगी !!

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए