10/9/2022
प्रिय डायरी,
आज का शीर्षक है ध्यान योग,
ध्यान योग करना अर्थात मन को एकाग्र करना आत्मकेंद्रित होना होता है। खुद अपने आप को पहचानना होता है। ध्यान योग से कुछ पल मन शांत रहते हुए अपनी अंतरात्मा को जानना जरूरी होता है। अपने चित्त को शांत करते हुए मानसिक तनाव मुक्त हो सकते हैं।
जब हम सब पूजा अर्चना करते हैं और तो ईश्वर की भक्ति साधना में लीन रहते हैं और जब प्रार्थना करते हैं तो उनके ध्यान में लीन रहते हैं।
स्कूल कॉलेज में में सुबह प्रार्थना के समय सब ध्यान में लीन रहते हैं और निरंतर प्रयत्नशील और अग्रसर रहने के लिए ईश्वर से शिक्षित करने का प्रयास करते हैं।
ध्यान योग कभी भी सिर्फ अशांत हो तब मन को शांत करने के लिए ॐ का उच्चारण करते हुए पूरी तरह भक्तिमयी हो जाते हैं और अपने जीवन में आशा की किरण जगाते हैं और मानसिक तनाव को कम करने का प्रयास करते हैं।
धन्यवाद
अनुपमा वर्मा ✍️✍️
ॐ नमः शिवाय 🙏🙏