आज इस अध्याय में हम उस महान शख्सियत के बारे में जानेंगे, जिन्होंने विज्ञान की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई। इनका नाम है डॉ. कमला सोहनी। डॉ. कमला सोहनी का जन्म 18 जून 1911 को मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में हुआ। डॉ. कमला सोहनी भारत की पहली ऐसी महिला थीं, जिन्होंने विज्ञान में पी.एच.डी. की थी, और वह भारत की पहली महिला वैज्ञानिक बनीं। डॉ. कमला सोहनी ने 1939 में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने एस.सी. में दाखिला लिया, जिसमें वह अकेली महिला थीं। डॉ. कमला सोहनी के बाद महिलाओं को आई.आई.एस.सी. में दाखिला देना शुरू कर दिया गया।
पीएच.डी. डिग्री लेने के बाद डॉ. सोहनी ने भारत आकर खाद्य पदार्थों के फायदों पर अध्ययन किया और नीरा नाम के पाम से बने एक किफायती आहार का विकास किया। इस आहार में विटामिन सी भरपूर मात्रा में मौजूद है, जो कुपोषित बच्चों और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार लाता है। इसके लिए उन्हें देश के राष्ट्रपति से पुरस्कार भी मिला था।
इसके अलावा, उन्होंने और भी बहुत सारी खोजें कीं, जिनमें संल्यूर एंजाइम, साईटोक्रोम, दालों में प्रोटीन, दूध में प्रोटीन आदि शामिल हैं। डॉ. सोहनी महिलाओं के लिए एक मिसाल बनीं। उन्हें बहुत सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन फिर भी उन्होंने अपने लक्ष्य को हासिल किया। डॉ. कमला सोहनी के 112वें जन्म दिवस पर गूगल ने डूडल सेलिब्रेट किया है। पूरे भारत को ऐसी महिला शख्सियत पर नाज है।