प्रकृति की ओर से हमें बहुत सारी देने दी गई है। जिनके बिना धरती पर जीवन बिल्कुल असंभव है। उन सभी देनों में से सबसे अनमोल देन है पानी। पानी बिना धरती पर जीवन बिल्कुल असंभव है। पानी मानव की सबसे बड़ी और अहम जरूरत है । पानी के बिना इन्सान का एक दिन भी जिंदा रहना नामुमकिन है। पानी मानव की बहुत सारी जरूरतों को पूरा करता है। पानी मानव के पीने के लिए,भोजन पकाने के लिए , बर्तन साफ करने के लिए, नहाने के लिए, कपड़े धोने के लिए आदि ऐसी बहुत सी जरूरतों के लिए उपयोग करते हैं। पानी के बिना ना केवल मानव का जिंदा रहना
रहना मुश्किल है बल्कि जानवरों और जीव जंतुओं का जीवन असंभव है। इनके अलावा पेड़ - पौधों का भी उगाना भी असम्भव है। लेकिन यह सब जानते हुए भी मानव पानी को व्यर्थ गवा रहे हैं।
पानी का दूर-उपयोग =
1 )नल चलते छोड़ देना।
2 )कार , मोटरबाइक आदि ऐसे वाहनों को धोते समय चलती टूटी छोड़ना।
3) बाल्टी भरते समय टूटी चलाकर ध्यान ना देना। और बाल्टी के भर जाने के बाद पानी का बहना।
4 ) नल चलते छोड़ कर टुथ ब्रश करना।
5) टैंक भरने पर जल्दी बंद ना करना। और टैंकों में पानी का व्यर्थ बहना।
6) पाइप लीक होने पर मुरम्मत ना करवाना की वजह से पानी का टपकना ।
करना। आदि बहुत सी क्रियाओं से मानव द्वारा पानी को व्यर्थ गवाया जा रहा है। इन सभी क्रियाओं से तो मानव पानी को व्यर्थ गंवा रहा है लेकिन मानव द्वारा कुछ और क्रियाओं से पानी को प्रदुषित भी किया जा रहा है। मानव द्वारा पानी को बहुत बड़ी मात्रा में प्रदुषित किया जा रहा है। मानव द्वारा कारखानों के बची -खुची रसायन पदार्थ, कपड़े धोने वाली डिटर्जेन्ट पाउडर, शहरों का कुड़ा -करकट, अर्थियों को पानी में बहाना, पालिथीन को पानी में फेंकना आदि मानव की इन सभी क्रियाओं के कारण पानी बहुत ज्यादा मात्रा में प्रदुषित हो गया है। पानी के सभी सूत्र जैसे कि समुद्र, नदियां , दरिया झील और धरती के नीचे का पानी भी प्रदुषित कर दिया है। प्रदुषित पानी कारण पानी में रहने वाले जीवों का जीवन भी खतरे में पड़ गया है। पानी के प्रदुषित होने के कारण मानव को बहुत सारी रोग लग जाते हैं।पानी में यूरेनियम जैसे तत्व मिल जाते हैं। इन तत्वों की ज्यादा मात्रा की वजह से कैंसर जैसी भयानक बीमारियां का सामना करना पड़ता है। पानी के प्रदुषित होने से मानव के शरीर में हैजा, मलेरिया, बुखार और दस्त जैसी बिमारियां फैल जाती है। मानव पानी को प्रदुषित करके ना केवल अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार रहा है बल्कि वह जानवरों और जीव जंतुओं के जीवन को खतरे में डाल रहा है। पानी - प्रदुषित होने की बहुत ज्यादा की भयानक स्थिति है । मानव को समझना चाहिए कि पानी को व्यर्थ गवाने और प्रदुषित करने की बजाए पानी का ज़रूरत अनुसार उपयोग करके पानी को बचाने की कोशिश करनी चाहिए। और पानी को प्रदुषित करने की बजाए पानी को साफ सुथरा रखना चाहिए। हमारा जीवन पानी पर निर्भर करता है। अगर जल है तो कल है।