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विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस

7 जून 2023

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20 दिसंबर, 2018 को, संयुक्त राष्ट्र द्वारा विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस (WFSD) की स्थापना की गई थी। विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस 7 जून, 2019 को मनाया गया, जो खाद्य सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के प्रयास के लिए किया गया था। इस लिए यह दिवस हर साल 7 जून को पूरे विश्व में मनाया जाता है। खेतीबाड़ी के लिए उपयोग किए जाने वाले कीटनाशक और रासायनिक खादों का ज्यादा मात्रा में उपयोग किया जा रहा है। यह कीटनाशक और रासायनिक खादें पानी और भूमि दोनों को प्रदूषित कर रही हैं। और भूमि में उगाए गए अनाज जैसे गेहूं, चावल, सरसों, फल और सब्जियों पर इसका प्रभाव पड़ रहा है। जिसके फलस्वरूप अनाज, फल और सब्जियों को खाने से बहुत से रोग लग जाते हैं।
जिस तरह मानव का जीवन हवा और पानी के बिना असंभव है, वैसे ही मानव जीवन भोजन के बिना भी असंभव है। भोजन मानव के लिए जरूरी पदार्थ है। मानव भोजन अपने खाने के लिए उपयोग करता है। मानव भोजन के लिए ही सारा दिन काम करता है। मानव अपनी ताकत, अपनी सूझबूझ और पैसे भोजन पर लगा देता है। क्योंकि भोजन में मानव शरीर की जरूरत के सभी तत्व मिलते हैं। जैसे कि पानी, खनिज पदार्थ, विटामिन, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और चर्बी आदि तत्व मानव भोजन से प्राप्त करता है।
शक्ति का स्रोत भोजन: जब मानव पैदा होता है, तो वह बहुत छोटे आकार का होता है। मानव शरीर में छोटे-छोटे सेल होते हैं, ये सेल आपस में मिल जाते हैं और बढ़ते रहते हैं। भोजन में प्रोटीन होने के कारण मानव शरीर में सेल बढ़ते हैं और जैसे-जैसे समय बीतता है, मानव के शरीर का आकार बढ़ता है। जैसे एक मशीन को चलने के लिए पेट्रोल या डीजल की जरूरत पड़ती है, वैसे ही मानव के शरीर को कोई भी क्रिया करने या फिर कोई भी काम करने के लिए ताकत की जरूरत पड़ती है, यह ताकत मानव भोजन से प्राप्त करता है।
भोजन के लाभ:
1. मानव शरीरिक बढ़ावा और विकास।
2. भोजन मानव शरीर का तापमान ठीक रखता है।
3. भोजन मानव के शरीर को ताकत प्रदान करता है।
4. मानव शरीर की हड्डियों को मजबूत बनाता है। 










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रचनाएँ
मानव द्वारा प्रकृति का विनाश
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मानव जीवन में जंगल बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जंगल मानव की बहुत सी जरूरतों को पूरा करते हैं। जंगल बहुत सी लकड़ियां प्रदान करते हैं, जो हमारे अलग-अलग कामों के लिए उपयोग की जाती हैं। जैसे कि भोजन पकाने के लिए, फर्नीचर बनाने के लिए, कुर्सी-टेबल बनाने के लिए और कागज बनाने के लिए, और इसके सिवाय और भी अन्य उद्योगों के लिए उपयोग की जाती हैं। जंगल बरखा लाने में सहायक होते हैं, जिससे हवा का तापमान ठंडा रहता है। जंगल हमारे वातावरण को स्वच्छ और सुंदर बनाने में मददगार साबित होते हैं। जंगल बहुत बड़ी मात्रा में हवा में मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं और हवा में ऑक्सीजन छोड़ते हैं, जो मानव और जानवरों को जीवित रखने में सहायक होती है। इसके बिना मानव और जानवरों का जीवन असंभव है। लेकिन यह सब जानते हुए भी मानव जंगलों की अंधाधुंध कटाई करता जा रहा है। तेजी से कम हो रहे जंगलों ने देश के जंगली जीवन पर बहुत बुरा असर डाला है। कई जंगली जीवों की प्रजातियों की गिनती बहुत कम हो गई है। कई प्रजातियां तो लुप्त हो चुकी हैं। यह बहुत ही गंभीर समस्या है, जो कुदरती वातावरण के संतुलन के लिए बहुत बुरी है। यह सिर्फ मानव के द्वारा लगातार पेड़ काटने की वजह से ही हुआ है। मानव के द्वारा कुदरत में बहुत ज्यादा दखलअंदाजी दी जाती है। अगर मानव अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए पेड़ काटता है, तो उसे उसके बदले और पेड़ लगाने चाहिए। कुदरती वनस्पति मानव के लिए किसी अर्थव्यवस्था के लिए वरदान साबित होती है। वनस्पति रकबा बढ़ाने और कुदरती वनस्पति को बचाने की सख्त ज़रूरत है। अधिक से अधिक पेड़ लगाने की और उनकी देखभाल करने की प्रेरणा दी जानी चाहिए। जंगल की खेती या फिर सामाजिक जंगलात उत्पादन को अपनाना चाहिए। नदियों, नहरों, दरियावों, सड़कों और रेल मार्गों के पास खाली जमीन पर दरख़्त लगाने चाहिए। अधिक से अधिक पेड़ लगाकर ही हम अपनी लकड़ी की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं और अपने वातावरण को साफ-सुथरा और शुद्ध रख सकते हैं।
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