5 फीट 8 इंच लंबाई और 64 किलो वजन. मगर ताकत ऐसी कि 1 इंच दूर से मुक्का मार कर अच्छे खासे आदमी को गिरा दे. दुनिया के सबसे मशहूर मार्शल आर्टिस्ट ब्रूस ली ने सिर्फ 7 हॉलीवुड फ़िल्में कीं. इनमें से तीन उनके मरने के बाद ही रिलीज़ हुईं. फिर भी हॉलीवुड हॉल ऑफ फेम में शामिल ‘ब्रूस ली’ की प्रसिद्धि आज के किसी बड़े स्टार को रश्क दे सकती है.
ब्रूस ली की ताकत और फुर्ती उनकी मौत के 4 दशक बाद भी रहस्य है. उन्हें महान फाइटर सिर्फ़ उनकी शारीरिक क्षमताओं के चलते नहीं माना जाता है. ब्रूस ने मार्शल आर्ट के मूल ढांचे में कुछ ऐसे बदलाव किए जिनकी नींव पर आज के एथलीट्स, हॉलीवुड स्टार्स और मार्शल आर्टिस्ट्स के फिटनेस शेड्यूल तय होते हैं.
ब्रूस एक नॉन-क्लासिकल मार्शल आर्टिस्ट थे. जिसका मतलब है वो किसी परम्परागत कुंग-फू स्कूल को फॉलो नहीं करते थे. ब्रूस ने कुंग-फू की जगह विंग चुन को अपनी आर्ट का आधार बनाया. साल 1959 में उन्होंने जो मार्शल आर्ट का स्कूल खोला उसमें वो ‘जन फैन गंग फू’ (ब्रूस ली का कुंग-फू) सिखाते थे.
ब्रूस ने मार्शल आर्ट सीखने वालों को फिटनेस और सही डाइट पर ध्यान देने पर ज़ोर दिया. ब्रूस कहते थे. “शरीर की मशीन से बेस्ट प्रदर्शन करवाने के लिए उसमें सही ईंधन डालना ज़रूरी है. जंक फूड और ग़लत डाइट से शरीर धीमा हो जाता है.” अपनी इस थ्योरी के फायदे भी ली को खूब मिले. अपनी इन नई तकनीकों के दम पर ब्रूस ने एक बेहद मुश्किल मैच में ‘सिफू वॉंग जैकमैन’ को भी हराया. ‘सीफू’ कुंग-फू के उन मास्टर्स को कहा जाता है जो कभी हार नहीं सकते हैं.
ब्रूस के जीवन का सबसे दुखद पहलू उनकी मौत है. अजेय समझे जाने वाले सुपर स्टार की अचानक हुई मौत ने कई अफवाहों को हवा दी. किसी ने कहा कि ब्रूस की मौत एक श्राप के चलते हुई. वहीं एक बड़ा तबका मानता है कि गुप्त चीनी संस्था ‘ट्रिआड’ने अनजान कारणों के चलते ब्रूस की हत्या करवाई. मगर अफवाहों से इतर ब्रूस की मौत की आधिकारिक वजह बहुत दर्दनाक है.
‘ली’ को काफी समय से सरदर्द की शिकायत रहती थी. डॉक्टरों ने जांच में बताया कि वे ‘सेरेब्रल इडेमा’ से पीड़ित थे. सेरेब्रल इडेमा एक ऐसी बीमारी है जिसमें इंसान के दिमाग में सूजन आ जाती है और इसके चलते पीड़ित को सांस लेने में दिक्कत और अचानक बेहोश हो जाने की समस्याएं होती हैं. ब्रूस इस बीमारी के चलते अपनी फ़िल्मों के सेट पर बेहोश भी हुए.
20 जुलाई 1973 को ली ने हॉन्ग कॉन्ग में दोपहर 4 बजे अपनी अगली फ़िल्म ‘गेम ऑफ डेथ ‘ की तैयारी के सिलसिले में प्रोड्यूसर रेमंड चो से मुलाकात की. शाम को ब्रूस ली को तेज़ सरदर्द हुआ. ली की एक्ट्रेस दोस्त ‘बेट्टी तिंग पेई‘ ने उन्हें दर्द के लिए एक एनालजेसिक दवा दी. वो एस्प्रिन और मेप्रोबामेट नाम की दो दवाओं का कॉम्बिनेशन थी. रात में जब ली डिनर के लिए नहीं उठे तो डॉक्टर को बुलाया गया. डॉक्टर ने 10 मिनट तक उन्हें होश में लाने की कोशिश की फिर क्वीन एलिज़ाबेथ हॉस्पिटल ले गए. जहां ली को मृत घोषित कर दिया गया.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट कहती है कि ‘ली’ की बीमारी में एस्प्रिन और मेप्रोबामेट ने रिएक्शन किया जिससे उनके दिमाग का साइज़ 13 परसेंट तक बढ़ गया और 32 की उम्र में मार्शल आर्ट का ये लीजेंड नींद में ही सांस रुकने से चल बसा.
ये स्टोरी ‘दी लल्लनटॉप’ के लिए अनिमेष ने की थी.