पुलिस चाहे तो क्या नहीं कर सकती? बस नीयत होनी चाहिए. पुलिस फाइल्स से एक दिलचस्प मामला सामने आया है. मोबाइल चोरी जैसी छोटी घटना का पर्दाफ़ाश करने के लिए एक महिला पुलिस कर्मी ने जो किया उसका चर्चा हो रहा है. ये एक सबक भी है उन मनचलों को जो फोन पर मीठी-मीठी बातें सुनकर लहालोट हो जाते हैं.
किस्सा दरभंगा के नगर थाने का है. वहां एक मोबाइल फ़ोन चोरी की रिपोर्ट दर्ज हुई. वैसे तो मोबाइल फोन्स की चोरी को पुलिस ज़्यादा भाव देती कभी नहीं दिखाई देती लेकिन इस केस में दिया. महिला एएसआई ने एक अभिनव प्रयोग करके मोबाइल चलाने वाले को धर दबोचा है.
ये केस असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर मधुबाला देवी के सुपुर्द किया गया था. मधुबाला ने पहले तो फोन सर्विलांस पर लगाया. जब भी वो मोबाइल ट्रेस करती वो कभी यहां तो कभी वहां पाया जाता.एक लोकेशन पर कभी नहीं रहता था. इस वजह से मोबाइल चोर तक पहुंच नहीं बन पा रही थी. ऐसे में दूसरा तरीका अपनाने की सोची गई. उस मोबाइल में चल रहे नंबर का पता लगाया गया. फिर उस नंबर पर सब-इंस्पेक्टर मधुबाला ने कॉल की.
पहले रॉंग नंबर बताया लेकिन बातें भी की. उसके बाद दोस्ती कर ली. दिन में कई बार बात करने लगीं. ख़ूब मीठी-मीठी बातें की. तीन-चार दिनों में ही प्यार के ऐलान कर दिया. खुद को उस चोर की गर्लफ्रेंड घोषित कर दिया. उसके बाद अगला पड़ाव मुलाक़ात होना ही था. मधुबाला ने अपने कथित प्रेमी से मिलने की ख्वाहिश जताई. प्रेमी महाशय सर के बल भागे-भागे आए और बिछाए हुए जाल में आ फंसे. अब सलाखों के पीछे हैं.
जब तीन-चार दिनों तक प्यार मुहब्बत की बातें होती रही,तो मधुबाला ने अगली चाल चली. प्रेमी साहब को दरभंगा टावर पर मिलने के लिए बुलाया. आसपास सादी ड्रेस में पुलिस के जवान तैनात किए गए. कथित आशिक़,जिसका कि नाम हसनैन है
वाओं में उड़ता हुआ पहुंचा. मधुबाला से मुलाक़ात होते ही उसने कहीं और बैठकर बात करने की इच्छा जताई. इससे पहले कि उसका सपना पूरा हो पाता आस-पास मौजूद पुलिसवालों ने उसे धर दबोचा. थाने ले गई. चोरी हुआ मोबाइल भी उसके पास से बरामद हो गया.
हालांकि हसनैन का ये कहना है कि उसने फोन चुराया नहीं है बल्कि किसी और आदमी से ४५०० रुपए में खरीदा है
फोन उस आदमी ने चुराया चाहे हो न हो लेकिन फोन वाली आशिकी का ब्लंडर तो भाई ने कर ही दिया है. इससे तमाम गुणीजन ये सबक लें कि आगे से कभी अंजान लोगों से प्यार नहीं करना है. बिना देखे वाली आशिकी केवल ‘सिर्फ तुम’ जैसी पिक्चर में ही हिट हो सकती है. असल ज़िंदगी में लेने के देने भी पड़ सकते हैं. ज़रा बच के भाई लोग!
साभार लल्लनटॉप - यह लेख लल्लनटॉप के मुबारक द्वारा लिखा गया है