ये कहानी ऐसी नायिका की है। जो अपने मम्मी-पापा के प्यार के लिए तरस जाती है। उस दौरान उसकी मुलाकात कहानी के नायक से होती है। नायिका नायक के ऑफिस में जोब करने लगती है। तभी वहां नायिका अपनी मम्मी से मिलती है। तब कुछ राज़ खुलते है, और नायिका अपने पापा से मिलने जाती है। अंत में सारी गलतफहमियां दूर होकर नायिका को अपने मम्मी-पापा का प्यार मिल जाता है। नायिका की शादी नायक से हो जाती है। मगर कहानी के अंत में ऐसा मोड़ आता है, कि नायक और नायिका दोनों की ही मौत हो जाती है।