जून 8/6/2022
हेलो डियर फ्रेंड्स
आज मैं आप सबके लिए अपनी जून कि प्यारी सी डायरी लेकर आई हूँ अपने उन ताज़ा यादों कि डायरी लेकर आई हूँ जो आज भी मेरे अंदर मौजूद है उस यादगार लम्हें कि तरह जो कभी भी दिल से भुलाये नहीं जाते....
दिल्ली शहर में हमारा एक बड़ा सा परिवार रहा करता था उस परिवार में घर के हम दस सदस्य हुआ करते थे, मम्मी पापा के अलावा हम आठ भाई बहन भी उस घर में मौजूद थे। हम सब आपस में बहुत मौज मस्ती किया करते थे, मस्ती के अलावा बहुत लड़ते भी थे आज हम सबकी शादी हो गई हम सब अपने - अपने घर सेटल हो गये पर आज भी वो भाई बहनों का प्यार लड़ाई -झगड़ा सब बहुत याद आता है। हमारे यहां बिजली बहुत जाया करती थी इस वजह से हम रात भर कभी सड़क पर तो कभी पार्क में घूमने जाया करते थे रात भर जागते रहना मौज मस्ती करना इस सभी में कब सुबह हो जाती थी कुछ पता ही नहीं चलता था, ऐसा लगता था कि पूरे मोह्हले में अपना ही राज है,.... जहाँ मर्जी घूमो फिरो अब जिंदगी में ना वो मज़ा है ना भाई बहनों का साथ प्यार सब छुट सा गया है बस एक याद बनकर यह सब लम्हा रोज दिल में आज भी मौजूद है जिसको मरते दम तक बस दिल में रखना है और उन यादगार लम्हों को याद करके कभी मुस्कुराना है तो कभी रोना है...
एक डायरी मेरी कलम से ✍️
निक्की तिवारी