दिनांक 7/62022
समय 6बजकर दस मिनट
हेलो डिअर कैसी हो,
यहां तो और ज्यादा गर्मी बढ़ गई है हिमाचल में तो इस समय मौसम अच्छा होगा अरे यार आजकल सारा दिन बस यूं ही घर और बाहर के काम में निकल जाता है... आज बहुत दिनों बाद काम से इतनी फुर्सत मिली कि तुमसे बात करने को दिल करने लगा अपना क्या बताऊ बहन?
जो हमारी बचपन कि सहेली सलोनी थी ना उसका अपने पति से तलाक जो गया बेचारी बिन माँ कि एकलौति बेटी थी ना कोई भाई था ना बहन उसके पिताजी का भी हाल बहुत बुरा है अस्सी साल कि उम्र में हम जैसे तो यहां तीस साल कि उम्र में थक से गये है और वह इस बुढ़ापे में अपनी जवान बेटी का दुख झेल रहें हैं.....
अफ़सोस होता है सुनकर बहुत रेखा इतनी सीधी भोली भाली लड़की के साथ उसका पति मार - पीट करता था वह भी यह सब कब तक सहेती माँ बाप कितने अरमानों से अपनी बेटी कि शादी करते है और उनके साथ यह सब हो जाता है भगवान करे ऐसा दुख किसी के नसीब में ना हो
अच्छा बहन अब फ़ोन रखती हूँ रेखा से मिलने उसके घर भी जाना है।
तुम्हारी सखी विमला