हरीश मलैया
common.booksInLang
common.articlesInlang
रंगकर्मी और युवा कवि
wwwharishmalaiya
हमें दुनिया से क्या मतलब मदरशा है वतन अपना किताबो में दफ्न् हो जायेगे वरक होगा कफन् अपना । (्वरक् - पेज मदरशा - स्कूल )
wwwharishmalaiya
हमें दुनिया से क्या मतलब मदरशा है वतन अपना किताबो में दफ्न् हो जायेगे वरक होगा कफन् अपना । (्वरक् - पेज मदरशा - स्कूल )
अफ़सोस
28 जनवरी 2016
2
1
अलविदा कह कर जा रही है .............
18 दिसम्बर 2015
1
0
अजब सी सहेली हूँ ……
16 दिसम्बर 2015
6
3
यही तो था मेरे बचपन का खजाना
16 दिसम्बर 2015
4
5
कजरी और भोला
12 दिसम्बर 2015
3
0
ये रात यु थम ना जाय
12 दिसम्बर 2015
4
0
माँ
12 दिसम्बर 2015
6
0
आज रो रहा शमशान है ......
12 दिसम्बर 2015
5
0
एक परिंदा
12 दिसम्बर 2015
8
3
---