कविता
पुरानी डायरी से-2016आज कोई हमारी भी लम्बी उम्र कि दुआएं मांगेगा,हमारे घर जल्दी लौट आने कि सदाए मांगेगा,पल-पल उसका एक पहर सा गुजरेगा,मेरे बिन जाने केसे उसका दिन निकलेगा,वो आज नये-नये स्वप्न सजाएगी,मुझे ख्वावो मे बुलाकर ही करवा चौथ मनाएगी,जब मै गांव लौटूंगा तो वो थोडा बहुत गिला शिकवा जरूर जताएंगी,तुम्