पुरानी डायरी से-2016
आज कोई हमारी भी लम्बी उम्र कि दुआएं मांगेगा,
हमारे घर जल्दी लौट आने कि सदाए मांगेगा,
पल-पल उसका एक पहर सा गुजरेगा,
मेरे बिन जाने केसे उसका दिन निकलेगा,
वो आज नये-नये स्वप्न सजाएगी,
मुझे ख्वावो मे बुलाकर ही करवा चौथ मनाएगी,
जब मै गांव लौटूंगा तो वो थोडा बहुत गिला शिकवा जरूर जताएंगी,
तुम्हारे बिन केसे काटे दिन वो एक एक दिन का हाल बताएगी,
वो आज अन से जल से ओर खुद से दूर रहेगी,
मेरे आज न होने से वो बडी मजबूर रहेगी,
हेमराज