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हिन्दू-मुस्लिम-सिक्ख-ईसाई

18 अगस्त 2016

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हिन्दू-मुस्लिम-सिक्ख-ईसाई, शरीर से उठकर देखो भाई ।

नूर-सोल और ज्योति भाव में, देते हैं सब एक दिखलाई ।।

इससे भी ऊपर उठकर देखो, खुदा-गाॅड-परमेश्वर है ।

वही सभी का परमप्रभु और वही एक भुवनेश्वर है ।।

रूह-नूर और काल-अलम् ही , अहँ-सः और परमतत्त्वं है ।

सेल्फ-सोल एण्ड सुप्रिम गाॅड ही, सन्त ज्ञान ेश्वर का स्पष्ट मत है ।।

बहनों-बन्धुओं आगे आओ, आडम्बर-ढोंग-पाखण्ड मिटाओ ।

धर्म-धर्मात्मा-धरती रक्षार्थ हेतु, अब सत्य-धर्म ही अपनाओ ।।

विश्व विनाश के मुख में है, धरती वासी सब दुःख में हैं ।

विश्व विनाश के रक्षा हेतु, ‘हम’ आप सभी के रुख में हैं ।।

देर करने में पछताना है, अपना अस्तित्त्व गँवाना है ।

जब सारा विश्व रहेगा ही नहीं, तो घर-परिवार क्या सजाना है ?

अगर अपना अस्तित्त्व बचाना होगा, और घर-परिवार भी सजाना होगा।

तो विश्व विनाश से रक्षा हेतु, अब परम प्रभु के शरण में आना होगा।

सच ‘एक है, ‘एक’ रहेगा, शेष सब बकवास है ।

सच ‘एक’ अवतरित हुआ है, बकवासों का अब नाश है । ।

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