जीवन जैसा है चलने दो,
वक्त को वक्त के हिसाब से ढलने दो,
कर्म करो फल को भी पलने दो,
जीवन जैसे चल रहा है उसे अपने हिसाब से चलने दो।
वक्त को वक्त के हिसाब से ढलने दो,
कर्म करो फल को भी पलने दो,
जीवन जैसे चल रहा है उसे अपने हिसाब से चलने दो।
- आज का विचार मेरे मन का