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जीवन जैसा है बस उसे उसके हिसाब से चलने दो

31 दिसम्बर 2021

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जीवन जैसा है चलने दो,
वक्त को वक्त के हिसाब से ढलने दो,
कर्म करो फल को भी पलने दो,
जीवन जैसे चल रहा है उसे अपने हिसाब से चलने दो।

  • आज का विचार मेरे मन का

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हुं जल की मैं बहती धारा, झरनों ने है मुझे सवारा, हुं देती मैं अपना परिचय , स्याही लिखता पुष्पा नाम हमारा।

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