18 अगस्त 2022
ओ मोहना....मन मोहना।यमुना के तीरे बंसी बजाएँ।श्याम तेरी मुरलियाँ मन को लुभाए।प्यारे नटवर तू माखन चुराये।गैया चराये तू ब्रज का कन्हैया।तू बांका छबीला, यशोदा तेरी मैया।।नटवर.. नटखट राधा के मोहन।छटा निरा