राजनितिक बातचीत के बिना दिन खाली खाली सा लगता है। पिछले कई दिनों से दिल्ली पुरे देश के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है और होना भी लाजमी था एक पार्टी का पूरा दाऊ लगा था और आज दिल्ली में आप की अप्रत्याशित बहुमत से जीत ने तो कमाल ही कर दिया। कूछ माइनो में आप की जीत सही भी है, हर जगह एक ही पार्टी की सरकार हो जाने से सरकारों में प्रतिस्पर्धा नही रह जाती पर बात ये है की दिल्ली की जनता जिन छोटे छोटे मुद्दों को लेकर एक जूट हुई है वो दिनचर्या में अहम् स्थान रखती है जैसे पानी, बिजली, घर और स्वक्षता तो क्या अब तक जो सरकारें थी वो इतनी नपुंसक थी की लोगो को दिन की शुरुआत करने वाली चीज पानी का भी इंतजाम नही कर सकी थी? जैसी करनी वैसी भरणी पर सबक देने में थोड़ा देर कर दी। मजेदार बात ये भी है की कई लोग जो आप छोड़ कर दूसरी पार्टी में चले गए थे उनपे क्या बीत रही होगी!! जो भी हो दिल्ली की जनता खुस है और क्या चाहिए मगर आज की खुसी को बरक़रार रखने के लिए आप को एड़ी चोटी एक करनी पड़ेगी उन्होंने लोगों को मुफ़्त की चीजो की लंबी लिस्ट थमहा रखी है वैसे सबसे बढ़िया मुफ़्त होने वाले चीजों में पानी और वाई-फाई है। एक सबकी जरुरत दूसरा नई पीढ़ी के लोगो के लिए वरदान अगर ये सरकार किये हूए वादा को पूरी करती है तो अन्य राज्यो की सरकारों की मुश्किलें बढ़ सकती है। अक्सर सरकारें लूट खसोट के कारण चुनावी वायदों का कुछ प्रतिशत भी पूरा नही कर पातीं केजरीवाल ने भारत की राजनीती को दूसरी बार नई मोड़ देने का काम किया है, अगली बारी बिहार की है। हालांकि आज बीजेपी को करारा झटका लगा है पर कांग्रेस मुक्त भारत का सपना पूरा होता दिख रहा है और ये भी उसी दिशा में एक कदम और है।
जय हिन्द