shabd-logo
Shabd Book - Shabd.in

Thinker_amit

अमित कुमार

2 अध्याय
0 व्यक्ति ने लाइब्रेरी में जोड़ा
0 पाठक
निःशुल्क

 

thinker amit

0.0(0)

पुस्तक के भाग

1

हम, विकास और बेजुवाँ

31 जनवरी 2015
0
0
0

यूँ तो हमें अपने आप को मानव होने पे गर्व होता है और होना भी चाहिए क्योंकी भगवन ने हमें सोचने और औरों से जयादा समझने की छमता प्रदान किया है । मानव अपने इसी छमता के बल पर अपने आस-पास की चीजों, लोगों और हर संभव दूसरे गोले पे भी अपना राज अस्थापित करने का सतत् प्रयाश करते रहता है। पर आज जब हम आपने आस-पास

2

एक कदम और

10 फरवरी 2015
0
0
0

राजनितिक बातचीत के बिना दिन खाली खाली सा लगता है। पिछले कई दिनों से दिल्ली पुरे देश के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है और होना भी लाजमी था एक पार्टी का पूरा दाऊ लगा था और आज दिल्ली में आप की अप्रत्याशित बहुमत से जीत ने तो कमाल ही कर दिया। कूछ माइनो में आप की जीत सही भी है, हर जगह एक ही पार्टी की सरकार

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए