shabd-logo

कविता-कविता नहीं हूं मैं

21 जनवरी 2023

21 बार देखा गया 21

कविता नही हूँ मैं,
तीर सा चुभता शब्द हूँ मैं।
शब्दों में पिरोई, मोतियों का गुच्छा हूँ मैं,
शब्द नही शब्द का सार हूँ मैं ।।

कटते पेड़ों की उन्मादी हवा हूँ मैं,
प्रकृति का बिगड़ता संतुलन हूँ मैं।
बाइबल हूँ, कुरान हूँ मैं,
अपने आप मे एक महाभारत हूँ मैं ।।

हर नए शुरुवात की हडबडाहट हूँ मैं
शर्दियों में ठिठुरते बेघरों की ठिठुरन हूँ मैं ।
गर्मियों में तपते मजदूर का,
बहता पसीना और गर्माहट हूँ मैं।।

लोभ, छोभ,मोह, माया और उत्साह हूँ मैं
दुख, दर्द, घाव , बीमारी और इलाज हुँ मैं ।
किसी एक ने लिखा नही है मुझे,
बहुतों के पीड़ा और दर्द का अहसास हूँ मैं।।

हिंसा और आराजकता हूँ मैं,
भय, चिंता और कलेश हुँ मैं ।
प्यार, भाईचारा और आपसी सौहार्द हुँ मैं

किसी के भीतर पल रहे भावों का उन्मांद हूँ मैं
लिखने वाले की पहचान हूँ मैं,
दशों रस, तीनों गुण और
चारों ऋतुओं का पोशाक हूँ मैं
मुझे लिखने वाले की पहचान हूँ मैं,

1

गांव शहर और हम

25 मई 2022
4
3
4

समूचे विश्व को परम्पराओं, सभ्यताओं और संस्कृत से अवगत कराने वाला देश भारत जाति-पाति, भेद-भाव ऊंच-नीच काला- गोरा सब को समेटे हुए अनेकता में एकता और विविधता का प्रतीक बना हुआ है हमारा देश भारत। आज भारत

2

स्थायित्व (stability)

20 जनवरी 2023
0
0
0

स्थायित्व stability (ब्रह्मांड का जर्रा जर्रा शान्ति, आराम और स्थायित्व चाहता है) ब्रह्मांड का हर कण दूसरे कण को आकर्षित अथवा प्रतिकर्षित करता रहता है सतत.. ताप,दाब और सम्बेदनाओं से प्रभावित टूटता-ज

3

कविता-कविता नहीं हूं मैं

21 जनवरी 2023
0
0
0

कविता नही हूँ मैं,तीर सा चुभता शब्द हूँ मैं।शब्दों में पिरोई, मोतियों का गुच्छा हूँ मैं,शब्द नही शब्द का सार हूँ मैं ।।कटते पेड़ों की उन्मादी हवा हूँ मैं,प्रकृति का बिगड़ता संतुलन हूँ मैं।बाइबल हूँ, कुर

4

कविता-अफसोस

21 जनवरी 2023
0
0
0

अफ़सोसअफसोस होगा तुम्हे, यह जान करकि ऐसे भी जीते हैं लोग बिना संसाधनों के,भूखे और प्यासे भी।मजबूर अपनी मजबूरियों पर,रोते और बिलखते भी lशहर से दूर गांवों में औरगाँव से दूर भी जंगलों, पहाड़ों और बिरानियों

5

कर्मण्य

29 जनवरी 2023
1
0
0

दुनिया विश्राम स्थल नही बल्कि कार्यस्थल हैजिंदगी विचलने के लिए नहीं बल्कि कुछ कर दिखाने के लिए हैसंसार का हर कण अद्वितीय है और उसकी अपनी उपयोगिता है।किसी के लिए कोई चीज बेकार है तो कोई बेकार चीजों का

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए