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केके शुक्ला

14 अगस्त 2017

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13 अगस्त, 2017, लखनऊ। नागरिक परिषद और सर्वहारा लेख क संघ के संयुक्ततत्वाधान में शहर के वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता एवं श्रमिक नेता के0 के0 शुक्ला(क्रांति कुमार शुक्ला) के 80वें जन्मदिन पर उनका नागरिक अभिनन्दन कियागया। श्री शुक्ला का जन्म 9 अगस्त, 1937 को मवैया लखनऊ में हुआ था। का0शुक्ला पिछले 60 वर्षों से नगर के श्रमिक, नागरिक एवं लोक अधिकार आन्दोलनमें लगातार अगली पंक्ति में सक्रिय हैं। वे लखनऊ शहर के आन्दोलनों के जीवंतइतिहास हैं, जिनसे नई पीढ़ी बहुत कुछ सीख सकती है। उनका जीवन औरआचरण सदैव उनके नाम के अनुरूप रहा है। उनका त्याग और कुर्बानी भरा जीवनहम सबके लिए प्रेरणास्रोत है। सार्वजनिक जीवन में नैतिकता और ईमानदारी केकठोर मानदंडों के वे पक्षधर हैं।
इस अवसर पर अगस्त क्रांति की 75वीं वर्षगांठ पर एक संगोष्ठी भी की गई। इससंगोष्ठी में अगस्त क्रांति एक जनक्रांति विषय पर वक्ताओं ने विभिन्न पहलुओंपर अपनी बातें रखी। इस बात पर सभी की सहमति थी कि यह राष्ट्रीय स्तर परएक जनक्रांति थी। इसमें अंग्रेजी हूकुमत के खिलाफ सिर्फ अहिंसात्मक संघर्ष हीनहीं हुआ, बल्कि उसकी सत्ता के खिलाफ बड़े पैमाने पर बल प्रयोग भी हुआ औरकई जगहों पर आन्दोलनकारियों ने सत्ता अपने हाथ में भी ले ली थी।
इस आन्दोलन में बड़े पैमाने पर श्रमिकों, किसानों, महिलाओं, दलितों औरबुद्धिजीवियों ने भागीदारी की। यह आन्दोलन काफी हद तक स्वतःस्फूर्त था।क्योंकि अधिकांश बड़े नेता जेल में डाल दिये गये थे। आन्दोलन के बीच से ही नयेनेता और नये कार्यक्रम पैदा हो रहे थे। अगर इसका बलपूर्वक फौज लगाकर दमननही किया जाता तो आजाद भारत की एक अलग तस्वीर होती।
इस अवसर पर ओ0पी0 सिन्हा, रामकृष्ण, रामकिशोर, कौशल किशोर, एस0 के0पंजम, एम0 के0 सिंह, महेश देवा, शिवा जी राय, भगवती सिंह आदि ने बातें रखीं।कार्यक्रम का संचालन वीरेन्द्र त्रिपाठी ने तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता सी0बी0 सिंहने की।

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