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ऐ खुदा

29 नवम्बर 2015

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ऐ खुदा, ऐ खुदा, तू मेरा क्यों न हुआ,

झुकाये न सर , दर पर तो क्या हुआ,

चाहा तुझे मैंने बहुत, मन में पूजा किया।

ये खुदा 

न ख्वाहिशें की तुझसे, 

खुश रहा जो तूने दिया,

की जो एक ख्वाहिश तो,

तूने रुला दिया।

ऐ खुदा 

अधूरे मेरे ख्वाब जो हैं, 

तेरे मेरे राज जो हैं ,

होंगे पूरे, धीरे धीरे,

होगी तेरी रज़ा। 

ऐ खुदा 

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ऐ खुदा, ऐ खुदा, तू मेरा क्यों न हुआ,झुकाये न सर , दर पर तो क्या हुआ,चाहा तुझे मैंने बहुत, मन में पूजा किया।ये खुदा न ख्वाहिशें की तुझसे, खुश रहा जो तूने दिया,की जो एक ख्वाहिश तो,तूने रुला दिया।ऐ खुदा अधूरे मेरे ख्वाब जो हैं, तेरे मेरे राज जो हैं ,होंगे पूरे, धीरे धीरे,होगी तेरी रज़ा। ऐ खुदा 

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