Mahima Bansal (काव्यांजलि)
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मैं महिमा बंसल,बेसवां ( अलीगढ़ ) , उत्तर प्रदेश से हूं। मैं मास्टर ऑफ एजुकेशन में द्वितीय वर्ष की छात्रा हूं। मुझे शुरु से ही विचारों, कहानियां, कविताएं, गजल, दोहे, और काव्य पढ़ने तथा सुनने का शौक रहा है। इसी शौक ने 16 अप्रैल 2019 से मेरे लिखने के शौक को आगाज किया। जिसके चलते मैंने अपनी एक स्वलिखित पुस्तक ‘काव्यांजलि महिमा’ को 21 मई सन् 2021 को प्रकाशित कराया। मुझे ज़िंदगी, प्रेरणा, प्रकृति, अनुभव तथा भावनाएं लिखने का शौक रहा है। मुझे मेरे परिवार से लगाव और प्रेम रहा है, और मेरे मुख्य प्रेरणा स्त्रोत मेरे पिता जी ( श्री विपिन बंसल) रहे हैं, जो स्वयं एक लेखक हैं।