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खुशियाँ तो तूने बांटी हैं अक्सर, खुशियाँ तो तूने बांटी हैं अक्सर,खुशियाँ तो तूने बांटी हैं अक्सर, कभी खुद के लिए भी, खुशियां ख़रीद के लाया कर। ज़रूरतों का कभी पेट नहीं भरता, कभी चंद सिक्के निकाल , ख