1
माँ कब रोती?
बेटा जो मुख मोड़े
धीरज खोती।
2
गुरु पहली
सदा माता बनती
सच्ची सहेली ।
3
माँ जन्म देती
पालन भी करती
डाँट सहती।
4
माता कारण
तूने जीवन पाया
बना पराया।
5
माँ दुख हरे
सब कुछ सिखाये
तू चुप करे ।
6
घर माँ रुष्ट
मंदिर चुन्नी चढ़े
कुछ न मिले ।
7
माँ का कर्ज
चुकाना तेरा धर्म
तुझे ना शर्म !
8
नन्हा करता
शय्या गीली, बड़का
आँखें भरता ।
9
लोरी सुनाती
ममतामयी माता
नींद बुलाती।
10
माँ का आशीष
बना जीवन–लक्ष्य
बाधाएँ हटीं।
11
माता कहती-
क्यों अकेली भीड़ में
सुन के रोती ।
12
मेरा अस्तित्व
तेरी देन है माता
जीवन भाता ।
13
माँ तेरी हँसी
मेरे सारे तनाव
दूर भगाती।
14
सबके काम
बिना थके करती
लेती ना दाम।
15
भूख सहती
अपना कौर देती
खुश रहती।